नई दिल्ली। मोदी सरकार ने शुक्रवार को संकेत दिया है कि 2,000 रुपए के नोटों की छपाई को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है क्योंकि चलन में यह नोट पर्याप्त मात्रा में हैं। उल्लेखनीय है कि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद 2,000 रुपए का नोट पेश किया गया था।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि अनुमानित जरूरत के हिसाब से नोटों की छपाई की योजना बनाई जाती है। उन्होंने कहा कि सिस्टम में 2,000 रुपए के नोट पर्याप्त मात्रा में हैं। मूल्य के आधार पर इस समय जितने नोट चलन में मौजूद हैं, उनमें 35 प्रतिशत नोट 2,000 रुपए के ही हैं।
गर्ग ने कहा कि हाल फिलहाल में 2,000 रुपए के नोटों की छपाई को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है। सरकार ने आठ नवंबर, 2016 को 500 और 1,000 रुपए के नोटों को चलन से हटा दिया था। उसके बाद रिजर्व बैंक ने 500 के नए नोट के साथ 2,000 रुपए का भी नोट जारी किया था। नवंबर 2016 में 500, 1000 रुपए के जिन नोटों को बंद किया गया उनका उस दौरान कुल मुद्रा चलन में करीब 86 प्रतिशत हिस्सा था।
आरबीआई के मुताबिक, मार्च-2017 के अंत तक 2000 रुपए के कुल 3,28,50,00000 नोट प्रचनल में थे। एक साल बाद 31 मार्च, 2018 को इनकी संख्या में मामूली इजाफा हुआ और यह संख्या बढ़कर 3,36,30,00000 हो गई। मार्च-2018 के अंत तक प्रचलन में कुल 18,037 अरब रुपए मूल्य की मुद्रा प्रचलन में थी, जिसमें 2000 रुपए के नोटों का प्रतिशत 37.3 था, जो मार्च-2017 की तुलना में 50.2 प्रतिशत थी।
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