2017 की सबसे बुरी खबर, सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर में की 0.2% की कटौती
सरकार ने विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत कटौती करने की घोषणा की है।
नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर में 0.2 प्रतिशत कटौती करने की घोषणा की है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक पीपीएफ, किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी लघु बचत योजनाओं पर जनवरी-मार्च तिमाही के लिए ब्याज दरों में 0.2 प्रतिशत की कटौती की गई है।
अप्रैल 2016 से सभी लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को प्रत्येक तिमाही आधार पर संशोधित किया जाता है। सरकार ने इससे पहले अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया था।
पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर ब्याज दर 8.3 प्रतिशत ही रहेगी इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज दर तिमाही आधार पर दिया जाता है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी), सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र (केवीपी) तथा पीपीएफ जैसी योजनाओं पर ब्याज दर कम की गई है। हालांकि, बैंक बचत जमा पर ब्याज दर को सालाना 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
अधिसूचना के मुताबिक पीपीएफ तथा एनएससी पर ब्याज 7.6 प्रतिशत मिलेगा, जबकि केवीपी पर 7.3 प्रतिशत ब्याज मिलेगा और यह 11 महीने में परिपक्व होगा। बालिकाओं से जुड़ी बचत योजना सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज दर 8.1 प्रतिशत होगी, जो अभी 8.3 प्रतिशत है।
एक से पांच साल की अवधि के लिए मियादी जमा पर ब्याज दर 6.6 से 7.4 प्रतिशत होगी। यह ब्याज तिमाही आधार पर मिलेगा। वहीं आवर्ती जमा पर ब्याज दर 6.9 प्रतिशत होगा।
मंत्रालय ने 2017-18 की चौथी तिमाही के लिए ब्याज दर को अधिसूचित करते हुए कहा कि सरकार के फैसले के आधार पर लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर अधिसूचित किया जाता है। प्रत्येक तिमाही ब्याज दर निर्धारित किए जाने की घोषणा करते हुए मंत्रालय ने कहा था कि लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें सरकार के बांड के रिटर्न से जुड़ी होंगी। इस कदम के बाद बैंक अपनी जमाओं पर ब्याज दर में कमी कर सकते हैं।