नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को विमान ईंधन या एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर एक्साइज ड्यूटी घटा कर 11 प्रतिशत कर दी है। इससे पहले एटीएफ पर 14 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी लगती थी। सरकार ने यह कदम एविएशन इंडस्ट्री को राहत पहुंचाने के लिए उठाया है, जो महंगे एटीएफ की वजह से काफी दबाव में थी।
वित्त मंत्रालय के अधीन कार्यरत राजस्व विभाग ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि एटीएफ पर एक्साइज ड्यूटी में किया गया यह संशोधन 11 अक्टूबर, 2018 से प्रभावी होगा। इस कदम से हवाई यात्रियों को अब ज्यादा किराया नहीं चुकाना होगा। एविएशन इंडस्ट्री में 40 प्रतिशत खर्च केवल एटीएफ पर होता है।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी तथा रुपए के मूल्य में गिरावट से जेट ईंधन के दाम इस महीने जनवरी 2014 के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। दिल्ली में फिलहाल विमान ईंधन की लागत 74,567 रुपए प्रति किलोलीटर (74.56 रुपए लीटर) और मुंबई में 74,177 रुपए प्रति किलोलीटर है।
एटीएफ की कीमत जुलाई से अब तक 9.5 प्रतिशत बढ़ी है। इसमें पिछले साल जुलाई से वृद्धि हो रही है। जुलाई 2018 को छोड़कर इसमें हर महीने बढ़ोतरी हुई। पिछले साल जुलाई में विमान ईंधन 47,013 रुपए प्रति किलोलीटर था। उसके बाद इसमें 58.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले सप्ताह सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 1.50 रुपए की कटौती की। वहीं सरकारी तेल कंपनियों से एक रुपए लीटर की कटौती करने को कहा गया था। इसके साथ ही भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट में कटौती कर ढाई रुपए प्रति लीटर की राहत दी। इससे इन राज्यों में ग्राहकों को पेट्रोल, डीजल पर पांच रुपए लीटर की राहत मिली।
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