नई दिल्ली। सरकार के लिए लड़ाकू जहाज, हेलीकॉप्टर जैसे हवाई उपकरण बनाने वाली सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स में केंद्र सरकार ने 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने को मंजूरी दे दी है। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से मिली खबर के मुताबिक मंजूरी दी जा चुकी है और इस मंजूरी के बाद हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स कंपनी ने इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए सेबी (SEBI) के साथ मिलकर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
GoI approves sale of 10% stake in Hindustan Aeronautics Ltd. HAL has initiated process of Initial Public Offer (IPO) with SEBI.
— ANI (@ANI) October 1, 2017
IPO आने के बाद हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स शेयर बाजार में लिस्ट हो जाएगी जिसके बाद आम निवेशक भी इस कंपनी में हिस्सा खरीद सकते हैं। शेयर बाजार में कंपनी की सिर्फ 10 फीसदी हिस्सेदारी को ही रखा जा रहा है। कंपनी भारत में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में है और सरकार मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत घरेलू स्तर पर डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को ज्यादा बढ़ावा दे रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के तहत कंपनी को अधिक से अधिक ऑर्डर मिल सकते हैं।
जनवरी 2015 में भारतीय वायुसेना में शामिल किए गए लड़ाकू विमान तेजस को हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स ने ही तैयार किया है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में कंपनी की तरफ से बड़ी संख्या में तेजस लड़ाकू विमानों की आपूर्ति की जाएगी। इसके अलावा हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स की तरफ से देश की तीनों सेनाओं को बड़ी संख्या में हैलिकॉप्टर की आपूर्ति भी की जाती है। सरकार घरेलू स्तर पर डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दे रही है जिस वजह से हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स को सबसे ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद है। वित्तवर्ष 2016-17 के दौरान हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स का टर्नओवर 17,406 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है जो अबतक का रिकॉर्ड है, कंपनी के मुताबिक उसे 21,000 करोड़ रुपए के ऑर्डर भी मिले हैं। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि शेयर बाजार में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स की लिस्टिंग अच्छे प्राइस पर हो सकती है और निवेशक इसमें अपना निवेश बढ़ा सकते हैं।
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