नई दिल्ली। देश में हवाई यातायात के नेटवर्क को बढ़ावा देने और भविष्य में हवाई सेवाओं की जरूरत को पूरा करने के लिए सरकार देश में हवाई अड्डों की संख्या मौजूदा स्तर से दोगुना करने की योजना बना रही है। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हां ने रविवार को इसके बारे में जानकारी दी है। अंग्रेजी समाचार वेबसाइट ईटी की खबर के मुताबिक उन्होंने बताया कि सरकार अगले 15 सालों के दौरान देश में 100 नए हवाई अड्डे शुरू करने की योजना बना रही है और इसपर 4 लाख करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
उड्डयन मंत्री के मुताबिक 100 नए अड्डों में से 70 हवाई अड्डे ऐसी जगह बनेंगे जहां पर अभी तक इस तरह की सुविधा नहीं है जबकि बाकी हवाई अड्डे ऐसी जगहों पर बनाए जाएंगे जहां पहले से हवाई अड्डे हैं लेकिन उनपर हवाई सेवाओं का बोझ ज्यादा है।
देश में अभी तक करीब 100 हवाई अड्डों पर हवाई सेवाओं का काम हो रहा है और सरकार 15 साल में इनकी संख्या को बढ़ाकर 200 करने पर विचार कर रही है। घरेलू हवाई यात्रियों के लिहाज से देश का एविएशन मार्केट दुनियाभर में सबसे तेजी से उभरता हुआ मार्केट है। घरेलू स्तर पर उड़ान सेवा मुहैया कराने वाली कई कंपनियों ने घरेलू हवाई मार्केट पर ज्यादा ध्यान देते हुए जरूरत के लिहाज से छोटे हवाई जहाजों के जरिए उड़ान सेवाएं शुरू कर दी हैं। इंडिगो ने दिसंबर से अपन छोटे जहां एटीआर के जरिए करीब 24 रूट्स पर हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा कर दी है और इसके लिए बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। इसी तरह स्पाइस जेट भी घरेलू उड़ान सेवाओँ की जरूरत के लिए छोटे हवाई जहाज खरीदने पर विचार कर रही है।
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