नई दिल्ली। सरकार असैन्य विमान के विनिर्माण पर विचार कर रही है और इस बाबत तेजी से आगे बढ़ना चाहती है। नागर विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। देश का घरेलू विमानन बाजार विश्व में सर्वाधिक तेजी से बढ़ता बाजार है और पिछले दो साल से अधिक समय से दहाई अंकों में वृद्धि कर रहा है। कई विमानन कंपनियां महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाएं तैयार कर रही हैं और प्राधिकरण बढ़ती मांग की पूर्ति के साथ ही क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए नये हवाई अड्डे बना रही है।
मंत्रालय की निदेशक शेफाली जुनेजा ने कहा कि,
हम अपना असैन्य विमान विनिर्मित करने पर विचार कर रहे हैं। निश्चित तौर पर इसकी योजना है और हम 20 सीटों वाले छोटे विमानों पर ध्यान दे रहे हैं जिसका इस्तेमाल देश में किया जा सके और उसे हमारी मेक इन इंडिया नीति से भी मदद मिले।
अभी विमानों का आयात किया जाता है या विदेशी कंपनियों से पट्टे पर लिया जाता है। उन्होंने आसियान-भारत संपर्क सम्मेलन में कहा कि हम अपना असैन्य विमान बनाने पर विचार कर रहे हैं और इसके बारे में हमें तेजी से काम करने की जरूरत है।
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