नई दिल्ली। सरकार रेल सफर की सुरक्षा को चाकचौबंद बनाने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की संभावनाएं टटोलेगी। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी दी और कहा कि इस संबंध में देश के प्रमुख संगठन इसरो के साथ चर्चा की जा सकती है। वह यहां इंडिया मोबाइल कांग्रेस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद इसरो के चेयरमैन एएस किरण कुमार के साथ हाल ही में अपनी बैठक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि रेलवे व इसरो इस दिशा में मिलकर काम कर सकते हैं और रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की संभावनाएं टटोल सकते हैं।
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गोयल ने यह बात ऐसे समय में कही है जबकि हाल ही में रेल सफर की सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल उठे हैं। रेलवे में कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि 60 के दशक में ही कंप्यूटरों का इस्तेमाल शुरू हो गया था लेकिन बाद में कंप्यूटरीकरण व प्रौद्योगिकी को अंगीकार करने की गति बाद गुंजाइश के अनुरूप नहीं रही।
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उन्होंने कहा कि रेलवे के साथ गठजोड़ में गूगल ने देश के 400 से अधिक स्टेशनों पर वाईफाई हॉटस्पाट स्थापित किए हैं। वे चाहते हैं कि यह संख्या ज्यादा से ज्यादा हो और इन वाईफाई हॉटस्पाट का इस्तेमाल आसपास के गांवों में लोगों को नि:शुल्क इंटरनेट उपलब्ध करवाने में किया जा सके।
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