नई दिल्ली। प्याज की लगातार बढ़ रही कीमतों को काबू में करने के लिए सरकार कदम उठाया है, प्याज कारोबारियों पर जो स्टॉक लिमिट 31 अक्टूबर तक लागू की गई थी अब उसे बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया गया है। सोमवार को केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने स्टॉक लिमिट की समयसीमा में की गई बढ़ोतरी के बारे मे जानकारी दी है।
हाल के दिनों में प्याज की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, देश की राजधानी दिल्ली में अक्टूबर के दौरान प्याज का भाव करीब 38 फीसदी तक बढ़ा है, सितंबर अंत में दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 31 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया था और सोमवार को भाव 42 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया। देश की कई दूसरी मंडियों में भी प्याज 40 रुपए किलो या इससे ऊपर बिक रहा है, सोमवार को हिसार, करनाल, पंचकुला, आगरा, गोरखपुर, रायगढ़, ग्वालियर और गुवाहाटी में प्याज का भाव 40 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया है। ऐसे में कीमतों में आगे बढ़ोतरी न हो इसके लिए सरकार ने प्याज पर स्टॉक लिमिट को और 2 महीने के लिए बढ़ा दिया है।
प्याज की जमाखोरी को रोकने के लिए प्याज की स्टॉक सीमा की तारीख 31 अक्तूबर 2017 से बढ़ाकर 31 दिसंबर 2017 कर दी गई है।
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) October 16, 2017
प्याज की कीमतों में आई बढ़ोतरी के लिए इसके बढ़ने हुए निर्यात को वजह माना जा रहा है। मौजूदा वित्तवर्ष 2017-18 के पहले 4 महीने यानि अप्रैल से जुलाई के दौरान देश से कुल 12,29,510 टन प्याज का निर्यात हो चुका है जबकि वित्तवर्ष 2016-17 में इस दौरान 7,88,257 टन का निर्यात हुआ था। इस साल ज्यादा निर्यात की वजह से भाव में बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि देश में इस साल प्याज की रिकॉर्डतोड़ पैदवार है जिस वजह से मंडियों में आगे चलकर सप्लाई पर्याप्त रहने की उम्मीद है। इन हालात में लंबी अवधि में प्याज के भाव में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी की आशंका नहीं है।
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