मोदी सरकार बैंकों में जितना पैसा डालेगी उसका 35% एक दिन में वसूल, कमा लिए 75,000 करोड़
सरकारी बैंकों में सरकार ने जिस 2.11 लाख करोड़ रुपए के रीकैपिटलाइजेशन की घोषणा की है उसका 35 फीसदी से ज्यादा हिस्सा सरकार 1 ही दिन में वसूल चुकी है
नई दिल्ली। सरकारी बैंकों में पूंजी डालने की केंद्र सरकार की घोषणा भर से सरकार को तगड़ा फायदा हुआ है। सरकारी बैंकों में केंद्र ने जिस 2.11 लाख करोड़ रुपए के रीकैपिटलाइजेशन की घोषणा की है उसका 35 फीसदी से ज्यादा हिस्सा सरकार 1 ही दिन में वसूल चुकी है। सरकार ने अभी सिर्फ घोषणा की है, बैंकों में अभी 1 रुपया नहीं डाला लेकिन सिर्फ घोषणा भर से बुधवार को सरकार के खाते में 74,513 करोड़ रुपए आ चुके हैं।
दरअसल केंद्र सरकार ने सरकारी बैंकों में 2.11 लाख करोड़ रुपए की रीकैपिटलाइजेशन की घोषणा मंगलवार को की थी और इस घोषणा के दम पर बुधवार को शेयर बाजार में लिस्ट सभी सरकारी बैंकों के शेयरों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी देखने को मिली। सभी सरकारी बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी 57 फीसदी से अधिक है, ऐसे में सरकारी बैंकों के शेयरों में जो तेजी आई है उसकी वजह से बैंकों में सरकारी हिस्सेदारी की वेल्युएशन 74,513 करोड़ रुपए बढ़ गई है। सरकार ने बैंकों में 2.11 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने की घोषणा की है और इसका 35 से अधिक हिस्सा यानि 74,513 करोड़ रुपए सरकार सिर्फ घोषणा भर से कमा चुकी है।
सरकार ने जो घोषणा की है उसके मुताबिक सरकारी बैंकों में यह पूंजी 2 वित्तवर्षों के दौरान डाली जाएगी, यानि एकमुश्त सरकारी बैंकों के पास यह पैसा नहीं आएगा, लेकिन सरकार के पास सिर्फ एक दिन में ही इस पैसे के 35 फीसदी हिस्से के बराबर रकम आ चुकी है।
जानकार मान रहे हैं कि सरकारी बैंकों के रीकैपिटलाइजेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में को बढ़ावा देने लिए सरकार ने जो कदम उठाया है उसकी वजह से आने वाले दिनों में बैंक शेयरों में तेजी बनी रह सकती है। कार्पोरेटस्कैन डॉट कॉम के फंड मैनेजर विवेक मित्तल के मुताबिक सरकारी बैंकों में उन्हें सबसे ज्यादा भरोसा आईडीएफसी बैंक पर है और अगले 6 महीने में वह इस बैंक में 30-40 फीसदी की और तेजी देखते हैं।
शेयर बाजार में लिस्ट सभी सरकारी बैंकों में सरकार की हिस्सेदारी, बुधवार को बैंकों की वेल्युएशन में हुई बढ़ोतरी और सरकारी हिस्से की वेल्युएशन में हुई बढ़ोतरी इस तरह से है।
बैंक | बुधवार को मार्केट कैप में बढ़ोतरी (करोड़ रुपए) | सरकार की हिस्सेदारी (%) | सरकार को हुआ फायदा (करोड़ रुपए) |
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भारतीय स्टेट बैंक | 6590 | 57.96 | 35117.96 |
पंजाब नेशनल बैंक | 13536 | 65.93 | 8924.29 |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 10380 | 59.24 | 6149.11 |
केनरा बैंक | 7200 | 66.30 | 4773.60 |
बैंक ऑफ इंडिया | 5654 | 75.12 | 4247.28 |
यूनियन बैंक | 3522 | 65.40 | 2303.38 |
इंडियन बैंक | 2783 | 82.10 | 2284.84 |
आईडीबीआई बैंक | 2561 | 75.10 | 1923.31 |
सेंट्रल बैंक | 2258 | 81.38 | 1837.57 |
इंडियन ओवरसीज बैंक | 1279 | 82.41 | 1054.02 |
इलाहाबाद बैंक | 1248 | 68.32 | 852.63 |
सिंडिकेट बैंक | 1135 | 72.92 | 827.64 |
ओवरसीज बैंक | 1118 | 58.38 | 652.68 |
यूको बैंक | 1115 | 80.50 | 897.58 |
आंध्रा बैंक | 978 | 69.77 | 676.77 |
कॉर्पोरेशन बैंक | 898 | 70.76 | 635.42 |
विजया बैंक | 591 | 63.30 | 374.10 |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 560 | 82.91 | 464.30 |
युनाइटेड बैंक | 543 | 86.81 | 471.37 |
देना बैंक | 74 | 61.53 | 45.53 |
कुल वेल्यू | 118015 | 74513 |