नई दिल्ली। दालों की कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने 50,000 टन का बफर स्टॉक बनाया है। केन्द्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने राज्यों से दाल की अपनी जरूरत बताने को कहा ताकि दाम पर नियंत्रण के लिए बाजार में दलहन का स्टॉक उतारा जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने 20,000 टन दलहन आयात करने का फैसला किया है। जिसमें से 6,000 टन के लिए टेंडर को अंतिम रूप दिया गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक बाजार में सरकारी दाल के आने से कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है।
दालों की खुदरा कीमत अभी भी 160-170 रुपए
दालों की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले काफी गिरावट आ चुकी है। इसके बावजूद अभी भी दालों की खुदरा कीमत 160-170 रुपए प्रति किलो की उंचाई पर बनी हुई हैं। पिछले साल दालों के दाम 210 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए थे उसके मुकाबले यह कीमत कम है। पिछले साल कमजोर मानसून की वजह से देश में दालों का कम उत्पादन हुआ, जिसके कारण की कीमतों में उछाल दर्ज की गई।
पीएसएफ से हो रही है दालों की खरीदारी
पासवान ने कहा, इस बजट में मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के लिए आवंटन पिछले साल के 500 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 900 करोड़ रुपए किए गए हैं। यह आवश्यक कमोडिटी विशेषकर दलहनों की कीमतों पर अंकुश लगाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि पहले यह स्थिरीकरण कोष कृषि मंत्रालय का हिस्सा हुआ करता था। अब इसे उपभोक्ता मामले मंत्रालय को अंतरित कर दिया गया है। वहीं कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार किसानों से 15,000 टन प्याज की खरीद करेगी।
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