अगले चार साल में तीन गुना बढ़ जाएगी मोबाइल डाटा की खपत, गूगल ने आज लॉन्च किए कई नए समाधान
मोबाइल व इंटरनेट के बढ़ते प्रचलन के बीच गूगल का मानना है कि अगले चार साल में भारत में औसत मोबाइल डाटा खपत लगभग तीन गुना होकर 11जीबी प्रति माह प्रति उपयोक्ता हो जाएगी।
नई दिल्ली। मोबाइल व इंटरनेट के बढ़ते प्रचलन के बीच गूगल का मानना है कि अगले चार साल में भारत में औसत मोबाइल डाटा खपत लगभग तीन गुना होकर 11जीबी प्रति माह प्रति उपयोक्ता हो जाएगी। गूगल इंडिया के प्रमुख राजन आनंदन ने आज यह बात कही।
उन्होंने कहा, ‘भारत में इंटरनेट उपयोक्ताओं की संख्या 44 करोड़ से अधिक है। इनमें से 33 करोड़ उपयोक्ता स्मार्टफोन के जरिये इंटरनेट का उपयोग करते हैं। फिलहाल भारत में एक औसत मोबाइल उपयोक्ता हर महीने चार जीबी डाटा इस्तेमाल करता है। उन्होंने कहा कि यह खपत अगले चार साल में बढ़कर 11 जीबी प्रति माह होने का अनुमान है।’
उन्होंने कहा कि डाटा खपत में बढ़ोतरी के बावजूद जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा इंटरनेट से दूर है और गूगल ऐसे लोगों को इंटरनेट से जोड़ने के लिए काम करेगी।
मोबाइल इंटरनेट को बढ़ावा देने के लिए गूगल ने आज अनेक नए समाधान पेश किए। कंपनी के इन नए समाधानों में सस्ते स्मार्टफोन के लिए एंड्रॉइड ओरियो ‘गो’ संस्करण व गूगल मैप का ‘बाइक मोड’ शामिल है। इसके साथ ही कंपनी ने घोषणा की है कि वह गूगल असिस्टेंट का विशेष संस्करण लाने के लिए रिलायंस जियो के साथ काम करेगी। इस विशेष संस्करण का इस्तेमाल रिलायंस जियो के स्मार्ट फीचर फोन में किया जाएगा।
गूगल ने अपने सालाना कार्यक्रम ‘गूगल फोर इंडिया’ के तीसरे संस्करण में आज यहां ये घोषणाएं की। गूगल के उपाध्यक्ष सीजर सेनगुप्ता ने कहा कि गूगल के उत्पादों व फीचर्स के भारत प्रथम पेशकश का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि इंटरनेट कैसे जीवन को आसान व अधिक सुगम बना सकता है।
‘गूगल गो’ उपयोक्ताओं को अपने डिवाइस में और जगह बनाने, फाइल तेजी से ढूंढने तथा आसपास के लोगों आफलाइन फाइल साझा करने की सुविधा देगा। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को एक जीबी या इससे कम रैम वाले किसी भी स्मार्टफोन में इस्तेमाल किया जा सकेगा। गूगल के नए हल्के एप में गूगल गो (सर्च के लिए) भी शामिल है। कंपनी यूट्यूब का बीटा संस्करण पहले ही पेश कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो फोन के लिए गूगल असिस्टेंट का विशेष संस्करण तैयार किया गया है जो कि हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषा में है। पहली बार गूगल के इस आभासी सहायक को किसी फीचर फोन में उपलब्ध करवाया गया है। अगले कुछ महीनों में गूगल अपने प्लेटफॉर्म पर देश के 20 शहरों की वायु गुणवत्ता के बारे में भी सूचना देगा।