धनतेरस से पहले लॉन्च होगी गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम, मोदी की लोगों से बैंक में सोना जमा करने की अपील
गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम और गोल्ड बांड स्कीम दिवाली से पहले लॉन्च होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ‘मन की बात’ में इसकी घोषणा कि है।
नई दिल्ली। गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम और गोल्ड बांड स्कीम धनतेरस से पहले लॉन्च होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ‘मन की बात’ में इसकी घोषणा कि है। मोदी ने कहा कि गोल्ड से इन दोनों स्कीम से इकोनॉमिक डेवलपमेंट को नई दिशा मिलेगी। साथ ही मोदी ने लोगो से घर में सोना नहीं रखने की अपील कि है। उन्होंने कहा कि हम गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम लेकर आए हैं। गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में अपना सोना बैंक में जमा करें, इसके बदले बैंक आपको ब्याज देगा।
घर में नहीं बैंकों में रखें सोना, मिलेगा ब्याज
मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम और गोल्ड बांड स्कीम हम लेकर आए हैं। उन्होंने लोगों को कहा कि सोना घर में मत रखिए, बैंक में जमा करा दें, इसके बदले आपको ब्याज मिलेगा। घरों में सोना बेकार पड़ा रहता है, इससे बेहतर है आप इसको बैंक में जमा कर पैसे कमाएं। मोदी ने कहा कि दिवाली से पहले गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम लॉन्च की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने गोल्ड बांड का भी जिक्र किया और कहा यह पेपर गोल्ड होगा। वहीं, सरकार अशोक चक्र वाला सोने के सिक्के लेकर ला रही है। धनतेरस से पहले यह सिक्के जारी हो जाएंगे।
शुक्रवार को आरबीआई ने नियमों का किया था ऐलान
देश में गोल्ड से बढ़ते इंपोर्ट बिल को कम करने के लिए गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम के नियमों का ऐलान किया है। जारी किए गए नियमों के अनुसार बैंक जमा गोल्ड पर ब्याज दरें तय करने के लिए स्वतंत्र है। आरबीआई की यह नोटिफिकेशन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इस योजना को औपचारिक तौर पर 5 नवंबर को शुरू करने से पहले आई है। गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम का लक्ष्य लोगों और संस्थानों के पास बेकार पड़े करीब 20,000 टन गोल्ड का एक हिस्सा इस्तेमाल में लाना है।
कम से कम 30 ग्राम जमा करना होगा सोना
गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम के तहत लोग बैंकों में कैश डिपॉजिट की तरह गोल्ड बार और ज्वैलरी जमा करके उस पर ब्याज ले सकेंगे। आरबीआई की नोटिफिकेशन के मुताबिक आम आदमी, ट्रस्ट और म्यूचुअल फंड्स बैंकों के पास गोल्ड जमा करा सकते हैं। गोल्ड जमा करने की न्यूनतम सीमा 30 ग्राम है और इसकी शुद्धता 995 फाइनेंस होनी चाहिए। इस स्कीम में आप जितना चाहे उतना सोना जमा करा सकते हैं।
सेंट्रल बैंक ने कहा, मचुरटी पर मूल और ब्याज का भुगतान जमाकर्ता की इच्छा पर किया जाएगा। जमाकर्ता मचुरटी पर बाजार भाव के हिसाब से सोना या फिर पैसे ले सकता है। आरबीआई के मुताबिक, बैंक 1-3 साल, 5-7 साल और 12-15 साल के लिए गोल्ड जमा कर सकते हैं। 1 से 3 के लिए जमा गोल्ड बैंक के पास रहेगा, जबकि इससे लंबी अविधि के लिए जमा किया गया गोल्ड सरकार के खाते में रहेगा।
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