नई दिल्ली। देश में ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में भारी गिरावट देखने को मिली है, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान देशभर में ज्वैलरी के लिए सिर्फ 52.8 टन सोने की मांग दर्ज की गई है जो 2019 की सितंबर तिमाही के मुकाबले 48 प्रतिशत कम है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक लॉकडाउन, पितृ पक्ष और सोने की कीमतों में बेतहाशा तेजी की वजह से ज्वैलरी के लिए इसकी मांग में गिरावट दर्ज की गई है।
हालांकि ज्वैलरी के लिए देश में भले ही सोने की मांग में कमी आई हो लेकिन निवेश के लिए सोने की मांग बढ़ी है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान भारत में सोने के सिक्कों और सोने की छड़ों के लिए मांग में 51 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है और कुल मांग 33.8 टन दर्ज की गई है। हालांकि पिछले साल से तुलना करने पर यह मांग भले ही ज्यादा लग रही हो लेकिन भारत में सोने की औसत खपत को देखें तो यह आंकड़ा बहुत कम है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सोने की मांग में गिरावट देखने को मिली है, सितंबर तिमाही दुनियाभर में सोने की मांग में 19 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है और कुल 892.3 टन सोने की मांग दर्ज की गई है।
हालांकि जिस तरह से भारत में निवेश के लिए सोने की मांग में बढ़ोतरी हुई है उसी तरह दुनियाभर में भी निवेश के लिए सोने की मांग सितंबर तिमाही के दौरान बढ़ती हुई देखी गई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक वैश्विक स्तर पर सितंबर तिमाही के दौरान सोने के सिक्कों और छड़ों के लिए मांग 49 प्रतिशत बढ़कर 222.1 टन दर्ज की गई है। इसी तरह सोने में निवेश के एक और जरिए एक्सचेंज ट्रेडिड फंड्स (ETF) की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है और सितंबर तिमाही के दौरान दुनियाभर में सोने के ETF की सोने में होल्डिंग 272.5 टन बढ़कर 3880 टन की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंची है।
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