नई दिल्ली। सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-मई में करीब 51 फीसदी घटकर 2.7 अरब डॉलर रहा। इससे चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश लगने की उम्मीद है। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2015-16 में इसी अवधि के दौरान सोने का आयात 5.55 अरब डॉलर था। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सोने का आयात मई में 39.14 फीसदी घटकर 1.47 अरब डॉलर रहा। यह लगातार चौथा महीना है जब सोने का आयात कम हुआ है।
आयात में कमी से पिछले महीने व्यापार घाटा कम होकर 6.27 अरब डॉलर रहा। इससे पूर्व वर्ष की इसी अवधि में यह 10.4 अरब डॉलर था। भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक है और मुख्य रूप से आयात आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए होता है। भारत का चालू खाते का घाटा 2015-16 की तीसरी तिमाही में कम होकर जीडीपी का 1.3 फीसदी रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1.5 फीसदी था। इसका मुख्य कारण कम व्यापार घाटा है।
औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की मजबूत मांग के बीच विदेशों में मजबूती के रख के अनुरूप बीते सप्ताह के दौरान चांदी की कीमत 3,170 रुपए की जोरदार तेजी के साथ दो सप्ताह के उच्च स्तर 45,560 रुपए प्रति किलो के स्तर पर जा पहुंची। सोने की कीमतों में भी तेजी का रूख दिखाई दिया। बाजार सूत्रों ने कहा कि ब्रिटेन के जनमत सर्वेक्षण में यूरोपीय संघ को छोड़ने का फैसला आने के बाद निवेशकों को उम्मीद है कि दुनिया भर के केन्द्रीय बैंक अपनी अर्थव्यवस्था को समर्थन देना जारी रखेंगे। इस स्थिति के कारण विदेशी बाजारों में मजबूती के रूख के कारण भी यहां कारोबारी धारणा में तेजी आई।
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