नई दिल्ली। धनतेरस और दिवाली से पहले गोल्ड की डिमांड कमजोर पड़ती नजर आ रही है। इसके कारण सितंबर महीने में गोल्ड का इम्पोर्ट 45.62 फीसदी घटकर 2.05 अरब डॉलर रह गया है। पिछले साल सितंबर में 3.78 अरब डॉलर का सोना आयात हुआ था। आयातकों के मुताबिक गोल्ड की डिमांड में कमी आई है, जिसके कारण आयात घटा है। सोने के आयात में कमी से चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। सॉवरन गोल्ड बांड स्कीम पर मिलेगा 2.75% ब्याज, बांड खरीदने के लिए 5 से 20 नंबर तक करना होगा आवेदन
जुलाई और अगस्त में बढ़ा सोने का आयात
जुलाई और अगस्त के दौरान गोल्ड के आयात में जोरदार बढ़ोत्तरी हुई थी। जुलाई में गोल्ड का आयात 62.2 फीसदी बढ़ा। जबकि अगस्त के दौरान गोल्ड के आयात में 140 फीसदी की उछाल दर्ज की गई। सितंबर में आयात में कमी से व्यापार घाटा कम होकर 10.47 अरब डॉलर रह गया है। भारत, दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड इंपोर्टर देश है। India tops China: भारत बना दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड कंज्यूमर, रिटेल निवेशकों का बढ़ा भरोसा
सोने के ज्यादा आयात से बढ़ा कैड
वित्त वर्ष 2014-15 में कच्चे तेल और इलेक्ट्रानिक समान के बाद सबसे ज्यादा आयात गोल्ड का हुआ। वित्त वर्ष के दौरान कुल आयात 34.32 अरब डॉलर रहा। चालू खाते का घाटा 2014-15 में जीडीपी का 1.3 फीसदी रहा, जो 2013-14 में 1.7 फीसदी था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की कीमत सितंबर में 0.2 फीसदी घटकर 1,138.35 डॉलर औंस रही। पिछले साल सितंबर के पहले सप्ताह में गोल्ड का भाव 1,260 डालर प्रति औंस के आसपास था। घरेलू बाजार में भी गोल्ड की कीमत में गिरावट जारी है। 31 अक्टूबर को गोल्ड का भाव 10 रुपए घटकर 26,820 रुपए प्रति 10 ग्राम रहा। पिछले साल एक सितंबर को यह 28,175 डालर प्रति 10 ग्राम था।
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