2020 में गोल्ड ने दिया 28% रिटर्न, 2021 में 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है भाव
पिछले साल 31 दिसंबर 2019 को एमसीएक्स पर सोने का भाव 38,108 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में 24 दिसंबर को 50,064 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 में निवेशकों के लिए सोना निवेश का सबसे पसंदीदा उपकरण रहा। पिछले साल की तुलना में इस साल घरेलू वायदा बाजार में सोने में 28 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न मिला है, जो 2011 के बाद पीली धातु में सबसे ज्यादा सालाना रिटर्न है। वहीं, वैश्विक बाजार की बात करें तो कॉमेक्स पर सोने में करीब 22 प्रतिशत का रिटर्न मिला है। बहाहरल, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और नए प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद के बीच 2021 में भी सोना 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने का अनुमान विशेषज्ञों ने व्यक्त किया है।
सोने ने हासिल की ऐतिहासिक ऊंचाई
कोरोना काल में सोने ने देसी और विदेशी बाजारों में सोने ने ऐतिहासिक ऊंचाई हासिल की। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सात अगस्त को सोने का भाव रिकॉर्ड 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जो अब तक सबसे ऊंचा स्तर है। हालांकि इस साल एमसीएक्स पर सोने का निचला स्तर 16 मार्च को 38,400 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इस प्रकार निचले स्तर से सोने के भाव में इस साल 17,791 रुपये यानी 46.3 फीसदी का उछाल आया।
28 प्रतिशत का दिया सालाना रिटर्न
सालाना रिटर्न की बात करें तो पिछले साल 31 दिसंबर 2019 को एमसीएक्स पर सोने का भाव 38,108 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में 24 दिसंबर को 50,064 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। इस प्रकार सोने के भाव में 31 दिसंबर 2019 के मुकाबले 28 फीसदी की तेजी आई है।
अंतरराष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने का भाव 31 दिसंबर 2019 को 1,550.60 डॉलर प्रति औंस था, जबकि बीते सत्र में 24 दिसंबर को सोने का भाव 1,882.90 डॉलर प्रति औंस रहा। इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले इस साल सोने में अब तक 21.86 फीसदी का रिटर्न मिला है।
2020 की शुरुआत हुई बेहतर
साल 2020 की शुरुआत में सोने की कीमत 39,100 रुपये प्रति 10 ग्राम और 1,517 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के साथ हुई। महामारी को लेकर शुरुआती झटका अल्पकालिक रहा, और सोना 38,400 रुपये पर आ गया। लेकिन बाद में यह धीरे-धीरे बढ़ता हुआ 56,191 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया।
आगे भी रहेगी तेजी
कोरोना वायरस की वैक्सीन और आर्थिक सुधार की चर्चा के बाजवूद उम्मीद है कि ताजा प्रोत्साहनों के चलते सोना आगे भी तेज बना रहेगा। ताजा प्रोत्साहनों की वजह से डॉलर कमजोर हो सकता है और इससे सोने की कीमतें एक बार फिर बढ़ सकती हैं। इसके अलावा बड़े पैमाने पर प्रोत्साहनों के कारण मुद्रास्फीति के दबावों के चलते निवेशकों के लिए सोना आकर्षक बना रहेगा।
कमट्रेंडज़ रिस्क मैनेजमेंट सर्विसेज के सीईओ ज्ञानशंकर त्यागराजन ने कहा कि भारत और चीन से सोने की मांग 2021 में महत्वपूर्ण होगी, जो पिछले कुछ वर्षों से कमजोर है और इसमें एक बार फिर तेजी आ सकती है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि 2021 में कीमतें कम से कम 60,000 रुपये या 2,200 डॉलर के स्तर को छू लेंगी, बशर्ते रुपया भी स्थिर रहे।
सोने का दाम लगातार बढ़ेगा
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुधार से जुड़ी चिंताओं के कारण सोना अगले साल भी तेज बना रहेगा और इसकी कीमत कॉमैक्स पर 2,150-2,390 डॉलर प्रति औंस के बीच रह सकती है, जबकि एमसीएक्स पर सोना 57,000-63,000 रुपये के बीच रह सकता है। उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में पुनरुत्थान की धीमी रफ्तार, श्रम बाजार की वृद्धि भी कमजोर रहने के साथ ही बड़ी मात्रों में प्रोत्साहन उपायों से सोने के दाम लगातार मजबूती में बने रहेंगे।