नई दिल्ली। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) ने निवेशकों को आकर्षित करना जारी रखा है और उन्होंने त्योहारी सीजन की मांग के कारण अक्टूबर में 303 करोड़ रुपये की शुद्ध संपत्ति अर्जित की। हालांकि, यह सितंबर के 446 करोड़ रुपये की शुद्ध आमद से कम था। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि इस वर्ग में अगस्त में 24 करोड़ रुपये की शुद्ध आमद दर्ज की गयी।
एलएक्सएमई की संस्थापक प्रीति राठी गुप्ता ने कहा, "गोल्ड ईटीएफ में अक्टूबर के दौरान भी लगभग 303 करोड़ रुपये की एक अच्छी आमद देखी गयी। उम्मीदों के अनुरूप, उत्सव ने परिसंपत्ति वर्ग की मांग को बनाए रखा। इस साल धनतेरस पर सोने की बिक्री का स्तर 2019 के धनतेरस की तुलना में लगभग 20 टन अधिक था।" वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्निंगस्टार इंडिया के सहयोगी निदेशक-प्रबंधक (अनुसंधान) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, "सितंबर महीने की तुलना में अक्टूबर में शुद्ध आमद के कम स्तर को अक्टूबर में सोने की कीमतों में उछाल के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो निवेशकों को गोल्ड ईटीएफ में अधिक मात्रा में आवंटन करने से रोक सकता था।" कम आमद के लिए एक अन्य कारक निवेशकों का शेयर बाजारों पर ध्यान केंद्रित करना हो सकता है, जो सर्वकालिक उच्च स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "इन कारकों के बावजूद, अक्टूबर में शुद्ध आमद फिर भी सही है और यह निवेशकों के अपने निवेश पोर्टफोलियो में सोने को पसंद करने की ओर इशारा करता है।"
इसके साथ ही गोल्ड ईटीएफ कैटेगरी में इस साल अब तक 3,818 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ है। इस सेग्मेंट में केवल एक महीने ही फंड में शुद्ध रूप से निकासी देखने को मिली थी। जुलाई 2021 में निवेशकों ने ईटीएफ से लगभग 61.5 करोड़ रुपये की निकासी की थी। श्रेणी में फोलियो की संख्या पिछले महीने के मुकाबले आठ प्रतिशत बढ़कर 26.6 लाख तक पहुंच गया । इस साल अब तक फोलियो की संख्या में करीब 200 फीसदी का इजाफा हुआ है। सोने को ट्रैक करने वाले ईटीएफ में निवेश अगस्त 2019 से लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, एसेट क्लास ने नवंबर 2020 में 141 करोड़ रुपये, फरवरी 2020 में 195 करोड़ रुपये और 61 रुपये की शुद्ध निकासी देखी गयी।
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