वायदा बाजार: कमजोर मांग की वजह से सोने और चांदी में गिरावट दर्ज
सोना फिलहाल 49000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के करीब
नई दिल्ली। हाजिर बाजार में मांग कमजोर रहने से सोने और चांदी की वायदा कीमतों में आज दबाव देखने को मिला है। कमजोर घरेलू संकेतों की वजह से कीमती धातुओं में आज गिरावट रही, हालांकि कोरोना संकट की अनिश्चितता बनी रहने से कीमती में गिरावट सीमित ही रही।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अगस्त महीने में डिलीवरी सोना अनुबंध की कीमत 23 रुपये यानी 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,944 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 8,059 लॉट के लिये कारोबार हुआ। सोना के अक्टूबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 87 रुपये यानी 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,020 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 11,500 लॉट के लिये कारोबार हुआ। न्यूयॉर्क में सोना 0.03 प्रतिशत की हानि के साथ 1,809.50 डॉलर प्रति औंस रह गया।
दूसरी तरफ मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के दिसंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 198 रुपये अथवा 0.37 प्रतिशत की हानि के साथ 54,201 रुपये प्रति किग्रा रह गयी जिसमें 399 लॉट के लिए कारोबार हुआ। हालांकि वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में, चांदी की कीमत 0.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 19.77 डॉलर प्रति औंस हो गई।
सोने और चांदी में आज की गिरावट के बावजूद कीमतें अभी भी उच्च स्तरों पर बनी हुई हैं, जिसकी वजह से कीमती धातुओं की हाजिर मांग में तेज दबाव देखने को मिल रहा है। मांग में इसी कमी की वजह से देश में सोने का आयात भी रिकॉर्ड स्तर तक गिर चुका है। देश में सोने का आयात चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 94 प्रतिशत घटकर 68.8 करोड़ डॉलर या 5,160 करोड़ रुपये पर आ गया। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों में यह जानकारी मिली है। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में पीली घातु का आयात 11.5 अरब डॉलर या 86,250 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह तिमाही के दौरन चांदी का आयात भी 45 प्रतिशत घटकर 57.5 करोड़ डॉलर या 4,300 करोड़ रुपये रह गया।