नई दिल्ली। भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश सौदा होने जा रहा है। सिंगापुर सॉवरजन वेल्थ फंड GIC डेवलपर DLF की रेंटल कंपनी DLF साइबर सिटी डेवलेपर्स (DCCDL) में 33.34 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने को राजी हो गया है। यह सौदा 8,900 करोड़ रुपए में होगा। इस सौदे में डीएलएफ के प्रमोटर सिंह परिवार अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचेगा।
इसके अलावा, DCCDL प्रमोटर्स के पास रखे 3,000 करोड़ रुपए मूल्य के प्रीफरेंस शेयर भी दो किस्तो में वापस खरीदेगी, इस हिसाब से डीएलएफ के प्रमोटर्स को कुल 11,900 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा। इस लिहाज से प्रवर्तकों को टैक्स के बाद शुद्ध रूप से 10,000 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे और इस राशि का बड़ा हिस्सा कर्ज भुगतान के लिए डीएलएफ लिमिटेड में निवेश किया जाएगा। जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी देश की सबसे बड़ी कंपनी डीएलएफ ने बंबई शेयर बाजार को सूचित किया कि बोर्ड ने शेयर खरीद को मंजूरी दे दी है।
दोनों कंपनियों ने मई में इस सौदे के लिए बातचीत शुरू की थी। डीएलएफ की रेंटर इकाई तकरीबन 2.7 करोड़ वर्ग फुट कॉमर्शियल प्रॉपर्टी का संचालन करती है। यह पूरा स्पेस किराये पर दिया गया है। चालू वित्त वर्ष के दौरान डीएलफ की रेंटल इनकम 3,000 करोड़ रुपए से अधिक रहने का अनुमान है, जिसमें से तकरीबन 2,600 करोड़ रुपए DCCDL के जरिये आने की उम्मीद है।
डीएलएफ पर जून अंत तक कुल 25,898 करोड़ रुपए का ऋण बकाया था। जून तिमाही में कंपनी के सालाना लाभ में 58 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 109 करोड़ रुपए रहा। परिचालन से कंपनी की कुल आय 9 प्रतिशत बढ़कर 2,211.24 करोड़ रुपए रही, जबकि फाइनेंस कॉस्ट बढ़कर 5 प्रतिशत हो गई।
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