नई दिल्ली। आगामी त्यौहारी मांग तथा आवाजाही पर लगी रोक हटने के साथ ही रत्न और आभूषण निर्यात अगस्त में बढ़कर 24,239.81 करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया। आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जीजेईपीसी के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2020 में कुल रत्न और आभूषण निर्यात 13,160.24 करोड़ रुपये का हुआ था, जबकि अगस्त 2019 में निर्यात की कुल खेप 20,793.80 करोड़ रुपये रही थी।
सीमाओं के बंद होने और महामारी कोविड -19 संबंधित अन्य व्यवधानों के कारण वर्ष 2020 में निर्यात लगभग नहीं के बराबर रहा था। जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने एक बयान में कहा, "अब तक वर्ष 2021-22 में अच्छा सुधार दिख रहा है। बाजारों के धीरे-धीरे खुलने, प्रवेश प्रतिबंधों के हटने और आगामी त्योहारी सत्र की वजह से, भारत का रत्न एवं आभूषण निर्यात, निकट भविष्य में लगातार बढ़ेगा।" इस बीच, अगस्त 2019 में 11,659.46 करोड़ रुपये की तुलना में अगस्त 2021 में तराशे और पॉलिश हीरों का निर्यात 29.37 प्रतिशत वृद्धि के साथ 15,083.33 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
शाह ने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और कई यूरोपीय देशों में मजबूत मांग के साथ-साथ हीरे के आभूषणों में निरंतर उपभोक्ता रुचि बढ़ने के कारण तराशे और पॉलिश किए गए हीरे के निर्यात में वृद्धि के कुछ सकारात्मक कारक हैं।" जीजेईपीसी ने कहा कि वहीं अगस्त 2021 में, सोने के आभूषणों का निर्यात 15.06 प्रतिशत घटकर 5,756.54 करोड़ रुपये रह गया, जो निर्यात अगस्त 2019 में 6,777.50 करोड़ रुपये का हुआ था।
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