नई दिल्ली। दूसरे तिमाही के शानदार आकंड़ों से उत्साहित वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि 2015-16 में जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसदी के आसपास रहेगी। पिछले वित्त वर्ष में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी रही थी। वहीं, दूसरी तिमाही में आर्थिक ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी रही है। जेटली ने कहा कि प्रतिकूल वैश्विक हालात के बावजूद आर्थिक ग्रोथ तेजी से हो रहा है। जेटली ने कहा कि लगातार दो साल तक सामान्य से कमजोर मानसून की बड़ी प्रतिकूलता के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही ग्रोथ हासिल करने में सफल रही है।
चुनौती हालात में भी तेजी से हो रहा है ग्रोथ
अरूण जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि दूसरी तिमाही के आंकड़े हमें संतोष की भावना देते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस साल जीडीपी ग्रोथ पिछले साल की तुलना में बेहतर रहेगी और अगले साल और बेहतर रहेगी। जेटली ने कहा है कि प्रतिकूल वैश्विक हालात के बावजूद सितंबर तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र ने 9.3 फीसदी की महत्वपूर्ण ग्रोथ दर्ज की। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली तिमाहियों में प्राइवेट सेक्टर की निवेश में बढ़ोत्तरी होगी। जेटली ने कहा कमजोर मानसून के बावजूद हम अच्छा कर रहे हैं। गौरतलब है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.4 फीसदी रही, जो कि अप्रैल-जून तिमाही में 7 फीसदी थी।
निर्यात को बढ़ाना सरकार के लिए चुनौती
वित्तमंत्री ने कहा, ग्लोबल अर्थव्यवस्था में नरमी ने कम से कम हमारे निर्यात को स्पष्ट रूप से प्रभावित किया, इस तरह से यह एक चुनौती है। इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर निवेश अब बढ़ना शुरू हो गया है और मुझे उम्मीद है कि आने वाले महीनों में इसमें और तेजी से बढ़ोत्तरी होगी। जेटली ने कहा कि विशेषकर नए प्रोजेक्ट में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ा है। सीएसओ द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट जुलाई-सितंबर में 9.3 फीसदी रही, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 7.9 फीसदी थी।
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