नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को बताया कि वित्त वर्ष 2016-17 में नए आधार वर्ष के मुताबिक GDP वृद्धि 7.1 प्रतिशत रही। वहीं चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में जीडीपी वृद्धि 6.1 प्रतिशत रही। यह 2013-14 के बाद सबसे धीमी ग्रोथ है, तब जीडीपी की ग्रोथ 6.4 प्रतिशत थी। इससे पिछले वित्त वर्ष में जीडीपी की वृद्धि दर 8 प्रतिशत थी।
2016-17 में 7 प्रतिशत से अधिक ग्रोथ दर्ज करने वाले सेक्टर में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, डिफेंस और अन्य सर्विसेस हैं, जिनकी ग्रोथ रेट 11.3 प्रतिशत रही है। मैन्यूफैक्चरिंग की वृद्धि दर 7.9 प्रतिशत रही। ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट, कम्यूनिकेशन और ब्रॉडकास्ट संबंधी सेवाओं की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही। वहीं कृषि क्षेत्र की विकास दर 4.9 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई। माईनिंग की ग्रोथ 1.8 प्रतिशत रही। यह भी पढ़े: नोमूरा का अनुमान आर्थिक वृद्धि दर में आगे होगा सुधार, जून में नीतिगत दरों में नहीं होगा बदलाव
2015-16 के लिए ग्रोथ रेट को संशोधित कर 8 प्रतिशत किया गया है, जो कि पहले 7.9 प्रतिशत थी। इसी प्रकार 2014-15 की ग्रोथ रेट को 7.2 प्रतिशत से संशोधित कर 7.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
चौथी तिमाही में नोटबंदी के असर से कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ 3.7 प्रतिशत रही। फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेस की ग्रोथ रेट 2.2 प्रतिशत दर्ज की गई। इस तिमाही में सबसे ज्यादा ग्रोथ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में 17 प्रतिशत रही, इसके बाद ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट की ग्रोथ 6.5 प्रतिशत रही।
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