गौतम अडानी ने मुकेश अंबानी को छोड़ा पीछे, कहा रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में करेंगे 20 अरब डॉलर का निवेश
अडानी ग्रुप के पास वर्तमान में 4920 मेगावाट ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन कैपेसिटी है और 5124 मेगावाट निर्माणाधीन है।
नई दिल्ली। रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में निवेश करने के मामले में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया है। मंगलवार को गौतम अडानी ने कहा कि उनका समूह अगले दस सालों में रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन और कम्पोनेंट मैन्यूफैक्चरिंग में 20 अरब डॉलर का निवेश करेगा और दुनिया का सबसे सस्ता ग्रीन इलेक्ट्रान बनाएगा। इससे पहले भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी ने अगले तीन सालों में क्लीन पावर और हाइड्रोजन फ्यूल में 10 अरब डॉलर (लगभग 75000 करोड़ रुपये) का निवेश करने की घोषणा की थी।
गौतम अडानी ने कहा कि उनकी योजना अपनी रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन कैपेसिटी को अगले चार साल में बढ़ाकर तीन गुना करने, ग्रीन हाइड्रोजन प्रोडक्शन में उतरने, सभी डाटा सेंटर्स को रिन्यूएबल एनर्जी आधारित बनाने, अपने पोर्ट्स को 2025 तक नेट कार्बन जीरो में बदलने और 2025 तक पूंजी परिव्यय का 75 प्रतिशत से अधिक हिस्सा ग्रीन टेक्नोलॉजीज पर खर्च करने की है।
जेपी मॉर्गन इंडिया इनवेस्टर समिट में बोलते हुए अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि 20 अरब डॉलर का यह निवेश रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन, कम्पोनेंट मैन्यूफैक्चरिंग, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप का इंटीग्रेटेड वैल्यू चेन, हमारी क्षमता और अनुभव हमें पूरी दुनिया में सबसे सस्ता ग्रीन इलेक्ट्रॉन उत्पादिन करने की राह पर आगे ले जा रहा है।
24 जून को पेट्रोकेमिकल दिग्गज मुकेश अंबानी द्वारा रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश करने की घोषणा को देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के साथ सीधी प्रतिस्पर्धा के रूप में देखा जा रहा है। अडानी ग्रुप की पिछले कई वर्षों से रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में एक मजबूत उपस्थिति है। इस महीने अंबानी ने कहा था कि रिन्यूएबल एनर्जी से एक डॉलर किलोग्राम के खर्च पर हाइड्रोजन को बनाया जा सकता है। हाइड्रोजन में कार्बन उत्सर्जन नहीं होता है और इसे इंडस्ट्री एवं ऑटोमोबाइल्स में ईंधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
मंगलवार को अडानी ने कहा कि दुनिया में कोई भी कंपनी उस स्तर पर रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में काम नहीं कर रही है, जिस स्तर पर अडानी ग्रुप कर रहा है। अडानी ग्रुप के पास वर्तमान में 4920 मेगावाट ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन कैपेसिटी है और 5124 मेगावाट निर्माणाधीन है। कंपनी के पास 9750 मेगावाट की परियोजनाएं प्रस्तावित हैं और 4500 मेगावाट क्षमता के लिए ठेके हासिल करने की कोशिश कर रही है।
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