नयी दिल्ली। केन्द्र सड़क परिवहन एवं एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि सड़क और दूसरी ढांचागत सुविधाओं के निर्माण में इस्पात और सीमेंट की भारी मांग सृजित हो रही है लेकिन इसके विपरीत उद्योग आपसी साठगांठ में लगा है और लोगों के शोषण में लिप्त है। गडकरी ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुये वह अब इस्पात और सीमेंट का कोई विकल्प तलाशने में लगे हैं और इस दिशा में कड़ी मेहनत से लगे हुये हैं।
एक वेबिनार को संबोधित करते हुये गडकरी ने कहा कि प्रतिदिन 37 किलोमीटर तक सड़क बनाई जा रही है। बड़े पैमाने पर सड़क परियोजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे ठेकेदार तेजी से काम कर रहे हैं लेकिन मुझे खेद है जब में इस्पात और सीमेंट की मांग पैदा कर रहा हूं तब यह उद्योग आपस में मिलकर साठगांठ कर रहा है और परिस्थिति का लाभ उठा रहा है। यह मेरे लिये बड़ी पीड़ा देने वाला है।’’
गडकरी ने वेदांता साथी कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुये कहा कि इस्पात और सीमेंट की मांग को कम करने के लिये अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी को अपनाया जा सकता है और ‘‘अब हम इस दिशा में आगे बढ़कर काम कर रहे हैं।’’