बीजिंग। दुनिया की 20 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं ने बढ़ते व्यापार विरोधी कदमों के कारण वैश्विक आर्थिक नरमी के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय व्यापार के संचालन में सुधार करने पर सहमति जताई। साल 2009 के बाद से व्यापार विरोधी कदमों का सिलसिला बढ़ गया है। शांगहाए में जी20 देशों के व्यापार मंत्रियों की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि जी20 देश एक मुक्त वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर प्रतिबद्ध बने रहेंगे तथा व्यापार उदारीकरण एवं सुगमीकरण के लिए आगे और काम करेंगे। वैश्विक व्यापार में जी20 देशों का हिस्सा 85 फीसदी है।
बीजिंग। दुनिया की 20 शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं ने बढ़ते व्यापार विरोधी कदमों के कारण वैश्विक आर्थिक नरमी के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय व्यापार के संचालन में सुधार करने पर सहमति जताई। साल 2009 के बाद से व्यापार विरोधी कदमों का सिलसिला बढ़ गया है। शांगहाए में जी20 देशों के व्यापार मंत्रियों की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि जी20 देश एक मुक्त वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर प्रतिबद्ध बने रहेंगे तथा व्यापार उदारीकरण एवं सुगमीकरण के लिए आगे और काम करेंगे। वैश्विक व्यापार में जी20 देशों का हिस्सा 85 फीसदी है।
विश्व व्यापार संगठन के आंकड़ों के अनुसार वैश्विक व्यापार वृद्धि में 2008 के बाद से काफी नरमी आई है। यह 1990 और 2008 के बीच सात प्रतिशत से अधिक थी जो 2009 से 2015 के बीच तीन प्रतिशत से भी कम रही है। पिछले साल, लगातार चौथे साल वैश्विक व्यापार की वृद्धि तीन प्रतिशत से कम रही।
सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार इस बैठक में वैश्विक व्यापार वृद्धि के लिए जी20 रणनीति की पुष्टि की गई। इसके तहत देश व्यापार लागत घटाने, व्यापार को सुगम बनाने, सेवाओं में व्यापार को बल देने, व्यापार वित्त बढाने, ईकामर्स विकास को प्रोत्साहित करने के लिए जमीनी स्तर पर कदम उठाएंगे।
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