नई दिल्ली। चालू वर्ष की पहली छमाही में 18 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से 23,670 करोड़ रुपए जुटाए हैं। पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले यह लगभग दोगुना है। वर्ष 2018 की दूसरी छमाही में भी यही रुख रहने की उम्मीद है, क्योंकि एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, लोढ़ा डेवलपर्स और रेल विकास निगम समेत करीब 50 कंपनियां आने वाले महीनों में अपना आईपीओ पेश कर सकती हैं।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार करीब 28 कंपनियों को इस संबंध में सेबी से अनुमति मिलने का इंतजार है, जबकि 18 कंपनियों को अपना आईपीओ पेश करने के लिए सेबी से अनुमति मिल चुकी है। शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार जनवरी-जून 2018 के बीच 18 कंपनियों ने कुल 23,670 करोड़ रुपए जुटाए, जो पिछले साल की इसी अवधि में 13 कंपनियों द्वारा जुटाए गए 12,000 करोड़ रुपए से अधिक है। वर्ष 2016 की छमाही में 11 कंपनियों ने आईपीओ से 6,962 करोड़ रुपए जुटाए थे।
मई में क्यूआईपी से जुटाए 1,000 करोड़ रुपए
भारतीय कंपनियों ने इस साल मई में पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) से 1,000 करोड़ रुपए से थोड़ी अधिक राशि जुटाई। हालांकि यह अप्रैल में जुटाई गई 1,862 करोड़ रुपए की राशि से 45.86 प्रतिशत कम है। मई में कंपनियों ने क्यूआईपी से 1,008 करोड़ रुपए जुटाए।
कंपनियों ने यह राशि कारोबारी विस्तार, ऋण के पुनर्वित्त, कार्यशील पूंजी की जरूरत और अन्य आम कॉरपोरेट जरूतों के लिए जुटाए हैं। मई में इस साल पांच कंपनियों के निर्गम आए जबकि पिछले साल मई में तीन निर्गम आए थे। वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनियों ने क्यूआईपी के जरिए 53 निर्गमों से 67,257 करोड़ रुपए जुटाए थे।
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