नई दिल्ली। भारतीय मूल के लोगों को नये साल में अपनी पहचान पत्र को भारत के विदेशी नागरिक कार्ड (OCI) में तब्दील करने पर शुल्क देना होगा। सरकार ने मुफ्त में कार्ड बदलने की व्यवस्था बंद करने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय मूल के लोगों को कार्ड (PIO) को मुफ्त में OCI में तब्दील करने की व्यवस्था समाप्त हो रही है। 31 दिसंबर के बाद इस सुविधा को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया गया।
हालांकि शुल्क के भुगतान पर पीआईओ कार्ड को OCI में तब्दील करने की अनुमति होगी। अधिकारी ने कहा, ‘‘समयसीमा आगे नहीं बढ़ायी जाएगी क्योंकि ज्यादातर लोगों...करीब 30 लाख....ने PIO कार्ड को OCI में तब्दील कर लिया है।’’ इससे पहले, गृह मंत्रालय ने चार बार इसकी समयसीमा बढ़ायी थी। मंत्रालय शुल्क पर काम कर रहा है और इसकी घोषणा जल्दी ही की जाएगी।
PIO कार्ड को सबसे पहले 2002 में लागू किया गया। इसका मकसद उन विदेशी नागरिकों को मदद करनी थी जो भारतीय मूल के तीसरी पीढ़ी के साथ संबन्ध जोड़ सके। PIO कार्ड यात्रा, कार्य और भारत में 15 साल के निवास के लिये वैध था। OCI कार्ड 2005 में लागू किया गया और कार्डधारक के लिये जीवनपर्यन्त वैध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में घोषणा की थी कि दो प्रकार के कार्ड को मिलाकर एक किया जाएगा और विदेशों में रहे भारतीयों को अधिकतम लाभ दिया जाएगा। अधिकारी के अनुसार साथ ही PIO और OCI कार्ड से विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के लोगों के बीच भ्रम पैदा होता।
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