नयी दिल्ली। विदेशी निवेशक दिसंबर में शुद्ध लिवाल रहे। मुख्य रूप से कंपनियों के वित्तीय परिणाम बेहतर रहने, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मौद्रिक नीति को नरम रखने और वैश्विक स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा पूंजी डाले जाने की उम्मीद में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने घरेलू बाजार में 2,613 करोड़ रुपए निवेश किए।
डिपोजिटरी के आंकड़े के अनुसार एफपीआई ने शेयर बाजारों में 6,301.96 करोड़ रुपए शुद्ध निवेश किए जबकि बांड बाजार से 3,688.94 करोड़ रुपए निकाले। इस प्रकार, दो दिसंबर से 27 दिसंबर के बीच शुद्ध रूप से 2,613.02 करोड़ रुपए निवेश किए गए।
मार्निंगस्टार के वरिष्ठ शोध विश्लेषक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, 'आर्थिक मोर्चे पर चुनौतियों और नीतिगत बाधाओं के बावजूद एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में भरोसा जताया है। कंपनियों के तिमाही वित्तीय परिणाम में सुधार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम मौद्रिक नीति और वैश्विक स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा पूंजी डाले जाने की उम्मीद में भारतीय शेयर बाजारों में तेजी के भरोसे के कारण एफपीआई घरेलू बाजार में निवेश कर रहे हैं।' जनवरी, जुलाई और अगस्त को छोड़कर एफपीआई 2019 के शेष महीनों में शुद्ध लिवाल रहे हैं। इस साल उन्होंने शुद्ध रूप से शेयर और बांड बाजार में 73,276.63 करोड़ रुपए निवेश किए।
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