नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल-जून तिमाही में सेंसेक्स आधारित 16 कंपनियों में अपना निवेश बढ़ाते हुए 17,000 करोड़ रुपए (मौजूदा मूल्यांकन) से अधिक मूल्य के शेयर खरीदे। सेंसेक्स आधारित कंपनियों की अशंधारिता के एक विश्लेषण के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सेंसेक्स आधारित 13 अन्य कंपनियों में एफपीआई की अंशधारिता मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटी। एक कंपनी के लिए आंकड़े उपलब्ध नहीं थे।
2016 की पहली तिमाही में विदेशी निवेशकों ने सबसे अधिक 6.58 फीसदी हिस्सेदारी डा रेड्डीज लैबोरेट्रीज में खरीदी। 30 जून 2016 को समाप्त तीन महीने में डा रेड्डीज लैबोरेट्रीज में एफपीआई की हिस्सेदारी बढ़कर 42.58 फीसदी हो गई जो कि मार्च को समाप्त तिमाही में 36 फीसदी थी। वहीं एक्सिस बैंक में एफपीआई की हिस्सेदारी अप्रैल जून तिमाही में बढ़कर 45.81 फीसदी हो गई जो कि पूर्व तिमाही में 42.27 फीसदी थी।
मौजूदा शेयर कीमतों के हिसाब से एफपीआई ने कुल 16 सेंसेक्स कंपनियों में लगभग 17,465 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे। इसी समय उन्होंने 13 ब्लूचिप कंपनियों में 14,389 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे। इस तरह से सभी सेंसेक्स आधारित कंपनियों में उन्होंने 3,076 करोड़ रुपए मूल्य का शुद्ध निवेश किया। इसके साथ ही इन निवेशकों ने इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, हीरो मोटो कार्प, टाटा मोटर्स व रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित अन्य कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई। वहीं एसबीआई, बजाज ऑटो, मारुति सुजुकी, सन फार्मास्युटिकल और कोल इंडिया में उनकी हिस्सेदारी इस दौरान कम हुई।
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