नई दिल्ली। विदेशी निवेशकों ने कंपनियों के बेहतर तिमाही परिणामों तथा कच्चे तेल की कीमतों में सुधार आने की वजह से इस माह में अब तक भारतीय पूंजी बाजार में 7500 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। इससे पहले जुलाई महीने में विदेशी निवेशकों ने पूंजी बाजार (इक्विटी और डेट) में 2300 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया था। अप्रैल-जून तिमाही के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से 61,000 करोड़ रुपए की निकासी की थी।
डिपॉजिटरी के ताजा आंकड़ों के अनुसार 1 से 17 अगस्त के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इक्विटी में 2,409 करोड़ रुपए तथा डेट या बांड बाजार में 5,168 करोड़ रुपए का नया निवेश किया है। इस तरह उनका कुल निवेश 7,577 करोड़ रुपए रहा। इस साल अभी तक एफपीआई ने शेयरों से 1,500 करोड़ रुपए तथा बांड बाजार से 36,000 करोड़ रुपए की निकासी की है।
मॉर्निंगस्टार के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और भारतीय कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों की वजह से निवेशकों का भरोसा भारत पर बढ़ा है। इस वजह से बाजार अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया है, इससे भी एफपीआई का रुझान भारतीय बाजार में बढ़ा है। ग्रूव डॉट इन के सीओओ हर्ष जैन का कहना है कि उभरते बाजारों में भारत ने अधिक स्थिरिता संकेत दिए हैं और आईएमएफ ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति अपने अनुमान में सुधार किया है और यहां बेंचमार्क बांड्स की दर अगस्त में बढ़कर 7.78 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यह सभी कारक निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। कुल मिलाकर, इस साल अब तक एफपीआई ने इक्विटी से 1500 करोड़ रुपए और डेट मार्केट से 36,000 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की है।
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