नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने में अब तक भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 49,553 करोड़ रुपये का निवेश किया है। बाजार जानकारों के मुताबिक कोरोना महामारी के असर से अर्थव्यवस्थाओं को बाहर निकालने के लिए सरकारों के द्वारा उठाए गए कदमों से सिस्टम में लिक्विडिटी काफी बढ़ गई है, जिसकी वजह से बाजारों को फायदा मिला है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों को लेकर असमंजस दूर होने के बाद भी संकेतक बेहतर हुए हैं, जिससे भारतीय बाजारों में एफपीआई का निवेश बढ़ा है। एफपीआई ने 3 से 20 नवंबर के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 44,378 करोड़ रुपये तथा ऋण या बांड बाजार में 5,175 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस तरह का उनका कुल निवेश 49,553 करोड़ रुपये रहा है। अक्टूबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 22,033 करोड़ रुपये डाले थे।
ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि तरलता की स्थिति बेहतर रहने से और वैश्विक संकेतकों में सुधार से एफपीआई का भारतीय बाजारों में निवेश बढ़ा है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर असमंजस दूर होने के बाद एफपीआई निवेश बढ़ा रहे है। इसी तरह की राय जताते हुए कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष-प्रमुख बुनियादी शोध-पीसीजी रुस्मिक ओझा ने कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों के बाद एफपीआई का निवेश बढ़ा है। वैश्विक स्तर पर निवेशकों को उम्मीद है कि निकट भविष्य में डॉलर और कमजोर होगा।
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