आज खत्म हो रहा है सॉवरेन गोल्ड बांड का चौथा चरण
सरकार की सॉवरेन गोल्ड बांड (एसजीबी) योजना का चौथा चरण आज खत्म हो रहा है। यह चरण 18 जुलाई को शुरू हुआ था। यह योजना 22 जुलाई तक खुली है।
नई दिल्ली। सरकार की सॉवरेन गोल्ड बांड (एसजीबी) योजना का चौथा चरण आज खत्म हो रहा है। यह चरण 18 जुलाई को शुरू हुआ था। यह योजना 22 जुलाई तक खुली है। इसके माध्यम से सरकार बड़ी संख्या में निवेशकों को आकर्षित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है ताकि देश में गोल्ड धातु की मांग को कम किया जा सके। अभी देश को बड़े पैमाने पर सोने का आयात करना होता है जिसके चलते देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर भारी बोझ पड़ता है। सरकार ने इसके लिए 3,119 रुपए प्रति ग्राम की दर तय की है। कोई निवेशक न्यूनतम एक ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम गोल्ड के लिए इसमें निवेश कर सकता है।
Golden Investment: छोटे निवेश पर बेहतर रिटर्न पाने के लिए गोल्ड बॉन्ड है सुनहरा विकल्प, सोने की कीमत 36,000 रुपए तक पहुंचने का अनुमान
पिछले तीन चरणों में इस योजना के तहत 1,318 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। यह उस समय की कीमत के हिसाब से 4.9 टन गोल्ड के बराबर है। सरकार को चौथे चरण में ज्यादा निवेश होने की उम्मीद है। एसजीबी की खरीद एनएसई, बीएसई के अलावा सभी बैंक शाखाओं, चुनींदा डाकघरों और स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल) से की जा सकती है।
तस्वीरों में देखिए गोल्ड से जुड़े फैक्ट्स
Facts of Gold
एक्सपर्ट के मुताबिक गोल्ड में निवेश फायदे का सौदा साबित हो सकता है, क्योंकि ग्लोबल स्तर पर जारी अनिश्चितता के कारण गोल्ड की कीमत साल के अंत तक 36,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच सकती है। बीते एक साल में गोल्ड ने निवेशकों को 15 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। ऐसे में अगर आप मौके फायदा उठाने से चूक गए हैं तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आपके लिए गोल्डन चांस है।
ये हैं सोने में निवेश के अन्य विकल्प
सोना हो सकता है 36 हजारी
एंजेल ब्रोकिंग के एसोसिएट डायरेक्टर (कमोडिटी एंड करेंसी) नवीन माथुर ने कहा कि ग्लोबल मार्केट में मौजूदा अनिश्चितता खास कर ब्रेक्सिट और करेंसी में उतार-चढ़ाव के कारण सोने की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा कि छोटी अवधि के दौरान ग्लोबल मार्केट में सोना 1400 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच सकता है। वहीं एक से दो महीने में सोना 1500 डॉलर प्रति औंस के स्तर भी कारोबार करता नजर आ सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई तेजी का असर घरेलू बाजार पर पड़ेगा और 2016 के अंत तक सोने की कीमत 36,000 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच जाएगी। माथुर का मानना है कि यूरोजोन में अनिश्चितता अगले एक साल तक जारी रहने वाला है।