नई दिल्ली: हीरो मोटोकॉर्प के संस्थापक बृजमोहन लाल मुंजाल का संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 92 साल के थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार मुंजाल ने दक्षिण दिल्ली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुंजाल के परिवार में तीन बेटे और एक बेटी हैं। इसी साल शुरू में मुंजाल चार अरब डॉलर से अधिक के इस समूह से सक्रिय भूमिका से हट गए थे और अवकाशप्राप्त अध्यक्ष बन गए थे। वह गैर कार्यकारी सदस्य के रूप में कंपनी के बोर्ड में थे। इसी साल जून में उन्होंने हीरो मोटो कॉर्प की कमान अपने बेटे पवन मुंजाल को सौंपी थी।
मुंजाल ने स्वास्थ्य, शिक्षा एवं बुनियादी संरचनाओं जैसी तमाम सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने में अपना अहम योगदान दिया। हीरो ग्रुप के अलावा मुंजाल ने सीआईआई (उद्योग परिसंघ), सियाम, एक्मा, और पीएचडी जैसे संस्थानों में अहम पद संभालने के साथ-साथ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को रीजनल बोर्ड मेंबर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी थीं। औपचारिक रूप से वर्ष 1956 में अस्तिव में आए हीरोग्रुप ने 1940 के दशक के प्रारंभ में ही चार भाइयों द्वारा साइकिल निर्माता के रूप में अपनी गतिविधियां प्रारंभ की थी। मुंजाल का जन्म 1923 में वर्तमान पाकिस्तान के कमालिया में हुआ था।
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भारत की आजादी के बाद मुंजाल बंधुओं ने लुधियाना में साइकिल उपकरण बनाने का छोटा सा कारोबार शुरू किया और बाद में देश में सबसे बड़े कारोबारी ग्रुपों में से एक बने । मुंजाल की अगुवाई में हीरो समूह कई मामलों में प्रथम रहा। हीरो ग्रुप लगातार 14 वें साल दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन कंपनी है। वर्ष 1986 से समूह की एक और कंपनी हीरो साइकिल साइकिलों की सर्वाधिक निर्माता कंपनी है। साल 2005 में उन्हें व्यापार और उद्योग में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
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