कोलकाता। रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर एच आर खान को सूक्ष्म ऋण में जवाबदेह रिण संहिता (सीआरएल) पर अमल के लिए गठित संचालन समिति का पहला चेयरमैन नियुक्त किया गया है। माइक्रो-फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क (एमएफआईएन) ने यहां जारी एक वक्तव्य में कहा है, सूक्ष्म ऋण में जवाबदेह ऋण संहिता लघु वित्त उद्योग में स्व: नियमन की दिशा में एक कदम है। इसमें बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्त संस्थानों- सूक्ष्मवित्त उद्योग और एनबीएफसी जैसे विभिन्न निकायों में ग्राहक सुरक्षा के मामले में एक स्तरीय मानक का अनुपालन करने पर जोर दिया जाएगा।
देश में जवाबदेह ऋण संहिता की शुरुआत एमएफआईएन और सा-धन ने मिलकर सितंबर में की थी। यह वित्त उद्योग विकास परिषद के साथ ही सूक्ष्म वित्त उद्योग का रिजर्व बैंक से मान्यता प्राप्त संगठन है।
खान ने इस अवसर पर कहा, 'मैं एमएफआइ्रएन और सा-धन का हिस्सा बनकर उत्साहित हूं। मैं वित्त सुविधा से वंचित रह गये वर्ग के हितों की सुरक्षा के लिये जवाबदेह वित्त को बढ़ावा देने की जरूरत को काफी महत्व देता हूं।' सीआरएल का निर्देशन एक संचालन समिति द्वारा किया जाएगा जिसमें बैंकों, एसएफबी, एनबीएफसी-एमएफआई, एनबीएफसी और उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
वक्तव्य के मुताबिक संचालन संमिति के सदस्यों में अन्य लोगों के अलावा एमएफआईएन के हर्ष श्रीवास्तव, सा-धन के पी सतीश, इंडसइंड बैंक के श्रीनिवास बोनाम और एल एण्ड टी फाइनेंस की सोनिया कृष्णनकुट्टी शामिल हैं।
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