नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह ने नोटबंदी के बाद देश के कई हिस्सों में फैली अफरातफरी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। जाने-माने अर्थशास्त्री सिंह ने कहा कि नोटबंदी सबसे बड़ा कुप्रबंधन है, जिसे लेकर देश में कोई दो राय नहीं।
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मनमोहन सिंह ने कहा :
- नोटबंदी के उद्देश्यों को लेकर असहमत नहीं हूं, लेकिन इसके बाद बहुत बड़ा कुप्रबंधन देखने को मिला है। इसे लेकर पूरे देश में कोई दो राय नहीं है।
- नोटबंदी से देश की GDP 2 फीसदी तक गिर सकती है।
- मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कहता हूं कि हम इसके अंतिम नतीजों को नहीं जानते।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा 50 दिन रुक जाइए, यह छोटी अवधि है। लेकिन गरीबों और वंचितों के लिए ये 50 दिन काफी विनाशकारी प्रभाव वाले हैं।
- लोगों ने बैंकों में अपने पैसे जमा कराए, लेकिन उसे निकाल नहीं सकते। जो हो रहा है उसकी निंदा के लिए इतना ही काफी है।
- आम लोगों को हो रही परेशानियां दूर करने के लिए प्रधानमंत्री को इस योजना के क्रियान्वयन के लिए रचनात्मक प्रस्ताव पेश करना चाहिए।
- नियमों में हर दिन हो रहा बदलाव प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की खराब छवि को प्रदर्शित करता है।
- मुझे बहुत खेद है कि भारतीय रिजर्व बैंक की इस तरह से आलोचना हो रही है, लेकिन यह जायज है।
- इस योजना को जिस तरह से लागू किया गया, वह प्रबंधन के स्तर पर बहुत बड़ी विफलता है।
- यह संगठित लूट और वैध लूट का मामला है। मुझे पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री पीड़ितों को राहत देने के लिए व्यावहारिक कदम निकालेंगे।
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मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा
क्या वह किसी ऐसे देश का नाम बताएंगे जहां लोग अपने पैसे बैंक में जमा तो कर सकते हैं लेकिन निकाल नहीं सकते हैं?
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