मुंबई। देश का विदेशी मुद्रा भंडार अपने सर्वकालिक उच्च स्तर से बस कुछ ही दूर रह गया है। 21 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान 1.250 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ देश का फॉरेक्स रिजर्व 371.14 अरब डॉलर हो गया है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि विदेशी मुद्रा संपत्तियों में इजाफा होने से यह वृद्धि हुई है।
इससे पहले 14 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार 88.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 369.887 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। 30 सितंबर 2016 को मुद्रा भंडार ने 371.99 अरब डॉलर का सर्वाधिक उच्च स्तर छुआ था, जो इसका सर्वकालिक उच्चतम स्तर है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार आलोच्य सप्ताह में 1.237 अरब डॉलर बढ़कर 347.485 अरब डॉलर हो गया। केंद्रीय बैंक के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार को डॉलर में व्यक्त किया जाता है और इस पर भंडार में मौजूद पाउंड, स्टर्लिंग, येन जैसी अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मूल्यों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है।
समीक्षाधीन अवधि में देश का स्वर्ण भंडार बिना किसी बदलाव के 19.869 अरब डॉलर पर स्थिर बना रहा। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ देश का विशेष निकासी अधिकार (एसडीआर) का मूल्य भी 50 लाख डॉलर बढ़कर 1.451 अरब डॉलर हो गया। वहीं आईएमएफ में देश के मौजूदा पूंजी भंडार का मूल्य भी 77 लाख डॉलर बढ़कर 2.331 अरब डॉलर हो गया।
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