मुंबई। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 31 मार्च को समाप्त सप्ताह में 2.02 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 369.95 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि मुद्रा संपत्ति में बहुत अधिक उछाल की वजह से यह बढ़ोतरी हुई है। इससे पिछले सप्ताह में मुद्रा भंडार 1.15 अरब डॉलर बढ़कर 367.93 अरब डॉलर हो गया था।
रिजर्व बैंक ने कहा कि कुल मुद्रा भंडार में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) की हिस्सेदारी काफी महत्वपूर्ण है। समीक्षाधीन अवधि में इसमें 2.08 अरब डॉलर वृद्धि हुई और यह 346.32 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गईं। अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में व्यक्त किए जाने वाले एफसीए पर भंडार में मौजूद गैर-डॉलर मुद्रा जैसे यूरो, पाउंड और येन में उतार-चढ़ाव का भी असर पड़ता है।
31 मार्च को समाप्त हफ्ते के दौरान देश के स्वर्ण भंडार में 4.5 करोड़ डॉलर की कमी आई है और यह घटकर 19.87 अरब डॉलर रह गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत का विशेष आहरण अधिकार भी 51 लाख डॉलर घटकर 1.45 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ में भारत की मुद्रा भंडार स्थिति भी 1.07 करोड़ डॉलर की गिरावट के साथ 2.32 अरब डॉलर रह गई।
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