नई दिल्ली। देश के फॉरेन एक्सेंच रिजर्व ने 372.7 अरब डॉलर का नया ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया है। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक लगातार विदेशी प्रवाह की वजह से 28 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार 1.594 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 372.73 अरब डॉलर हो गया।
इससे पहले के सप्ताह में फॉरेक्स रिजर्व 1.250 अरब डॉलर बढ़कर 371.14 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। इससे पहले 30 सितंबर 2016 को फॉरेक्स रिजर्व ने 371.99 अरब डॉलर का ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया था। साढ़े तीन साल पहले अगस्त 2013 में मुद्रा संकट के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 274 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था।
आरबीआई के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि में फॉरेन करेंसी असेट, जो ओवरऑल रिजर्व का एक प्रमुख हिस्सा है, 1.569 अरब डॉलर बढ़कर 349.055 अरब डॉलर हो गया। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक मुद्रा भंडार का यह स्तर 11-12 महीने के इंपोर्ट को कवर कर सकता है। इस अवधि में सोने का भंडार स्थिर रहा। अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ) के साथ विशेष आहरण अधिकार 85 लाख डॉलर की वृद्धि के साथ 1.460 अरब डॉलर हो गया और कोष में भारत का भंडार भी 1.58 करोड़ डॉलर की वृद्धि के साथ 2.35 अरब डॉलर हो गया।
इस साल की शुरुआत से अब तक विदेशी निवेशक 7.7 अरब डॉलर डेट और 6.3 अरब डॉलर इक्विटी में निवेश कर चुके हैं। डेट और इक्विटी दोनों में विदेशी निवेश का प्रवाह बने रहने से 2017 में डॉलर के मुकाबले रुपया तकरीबन 6 प्रतिशत तक मजबूत हो गया है। एशिया में यह बेहतर प्रदर्शन करने वाली मुद्रा भी बन चुकी है।
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