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Hindi News पैसा बिज़नेस भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहुंचा 359.917 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहुंचा 359.917 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर

आरबीआई ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार आठ अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 15.74 करोड़ डॉलर बढ़कर 359.917 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहुंचा 359.917 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर- India TV Paisa भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहुंचा 359.917 अरब डॉलर के उच्चतम स्तर पर

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार आठ अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 15.74 करोड़ डॉलर बढ़कर 359.917 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.2 अरब डॉलर की भारी तेजी के साथ 359.759 अरब डॉलर की ऊंचाई को छू गया था।

रिजर्व बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 15.93 करोड़ डॉलर बढ़कर 335.845 अरब डॉलर की हो गईं। डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियां भंडार में रखे यूरो, पौंड और येन जैसी मुद्राओं की डॉलर के साथ विनिमय दर में उतार-चढ़ाव से भी विदेशी मुद्राभंडार प्रभावित होता है। हालांकि स्वर्ण आरक्षित भंडार 20.115 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में देश का विशेष निकासी अधिकार नौ लाख डॉलर घटकर 1.501 अरब डॉलर रहा, जबकि आईएमएफ में देश का मुद्राभंडार 10 लाख डॉलर घटकर 2.455 अरब डॉलर रह गया।

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भारत की अक्षय ऊर्जा परियोजना के लिए एनडीबी ने 25 करोड़ डॉलर मंजूर किए 

हाल ही में स्थापित ब्रिक्स नव विकास बैंक से ऋण पाने वालों में भारत चौथा देश है। इसने एक अक्षय ऊर्जा परियोजना के लिए केनरा बैंक को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर दिए हैं। चीन आधारित इस बैंक ने चार हरित अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को मंजूरी दी है जो भारत, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में स्थित हैं। इसके लिए बैंक ने 81.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर मंजूर किए हैं, जिसमें से भारत को 25 करोड़ डॉलर का ऋण मंजूर किया गया है। इस परियोजना से 500 मेगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन हो सकेगा और करीब आठ लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।

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