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त्योहारी सीजन से पहले अस्थाई भर्तियां करेगी फ्लिपकार्ट, 10 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगी नौकरी

इकॉमर्स कंपनी Flipkart त्योहारी सीजन से पहले अपनी डिलीवरी और लाजिस्टिक्स सर्विस को चुस्त दुरूस्त बनाने के लिए 10,000 से अधिक अस्थाई कर्मचारी रखेगी।

त्योहारी सीजन से पहले अस्थाई भर्तियां करेगी Flipkart, 10 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगी नौकरी- India TV Paisa त्योहारी सीजन से पहले अस्थाई भर्तियां करेगी Flipkart, 10 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगी नौकरी

नई दिल्ली। इकॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) त्योहारी सीजन से पहले अपनी डिलीवरी और लाजिस्टिक्स सर्विस को चुस्त दुरूस्त बनाने के लिए 10,000 से अधिक अस्थाई कर्मचारी रखेगी। गौरतलब है कि ऑनलाइन रिटेल या इकॉमर्स कंपनियां आगामी त्योहारी सीजन में अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए विभिन्न पेशकश शुरू करने की तैयारी में हैं। फ्लिपकार्ट के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी नितिन सेठ ने कहा, त्योहारी सीजन आने के साथ ही हमें उम्मीद है कि साल सेल अधिक अच्छी व बेहतर होगी।

त्योहारी सीजन का फायदा उठाने में जुटी कंपनियां

सेठ ने कहा, आपूर्ति के वैकल्पिक मॉडल की नई क्षमताओं कसेाथ साथ हम देश भर में डिलीवरी व लाजिस्टिक्स सेवाओं को चुस्त दुरूस्त बनाने के लिए 10,000 से अधिक अस्थाई भर्तियां करने की सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये भर्तियां त्योहारी सीजन में भारी मांग की अपेक्षा को ध्यान में रखते हुए की जाएंगी। उल्लेखनीय है कि प्रतिद्वंद्वी स्नैपडील ने भी 15 सितंबर से 15 नवंबर के बीच 10,000 अस्थाई नौकरियां देने की उम्मी जताई है। सेठ ने फ्लिपकार्ट से 800 लोगों की छंटनी संबंधी रिपोर्टों को खारिज कर दिया और कहा कि ये सब गलत व आधारहीन है।

Myntra की हुई Jabong, Flipkart ने मारी बाजी

देश की प्रमुख ऑनलाइन फैशन रिटेल कंपनी मिंत्रा ने अपनी कॉम्‍पटीटर जेबांग को खरीद लिया है। जेबांग को खरीदने के बाद अब मिंत्रा देश का सबसे बड़ा ऑनलाइन फैशन रिटेल ब्रांड बन गया है। फैशन रिटेल ब्रांड जबॉन्ग की शुरुआत 2012 में हुई थी। लेकिन मार्केट में बढ़ते कॉम्‍पटीशन के चलते पिछले एक साल में कंपनी को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं जेबांग की सेल्स में भी लगातार गिरावट आ रही थी। 2016 की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्‍यू 243 करोड़ रुपए था। इसके साथ ही मैनेजमेंट में तेजी से बदलाव भी हो रहा था। पिछले साल जबॉन्ग के सह संस्थापक अरुण चंद्रन मोहन और प्रवीण सिन्हा ने कंपनी को बाय-बाय कह दिया था।

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