नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल पर 2016 में फ्लिपकार्ट की एक महिला कर्मचारी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। यही आरोप उनके इस्तीफा देने की भी वजह बना। वॉलमार्ट प्रबंधन बिन्नी बंसल से नाराज था। वॉलमार्ट का कहना है कि अधिग्रहण के लिए बातचीत के दौरान बिन्नी बंसल ने इन आरोपों को छुपाया और उन्होंने पूरी पारदर्शिता नहीं बरती। इस वजह से बिन्नी बंसल को इस्तीफा देना पड़ा और वॉलमार्ट ने उसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार भी कर लिया।
मई में 1.15 लाख करोड़ रुपए में खरीदा था
वॉलमार्ट ने इसी साल मई में फ्लिपकार्ट में 77 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण 1.15 लाख करोड़ रुपए में किया है। फ्लिपकार्ट के दूसरे सह-संस्थापक सचिन बंसल ने उस समय अपनी संपूर्ण हिस्सेदारी बेचकर इससे अलग हो गए थे। लेकिन बिन्नी बंसल ने अपनी पूरी हिस्सेदारी नहीं बेची थी। उनके पास फ्लिपकार्ट की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो आगे भी बनी रहेगी। बिन्नी बंसल ने कहा है कि इस्तीफा देने के बाद भी वह कंपनी के बोर्ड में बने रहेंगे।
जुलाई में मिली शिकायत
वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट का मई में अधिग्रहण पूरा करने के बाद जुलाई में फ्लिपकार्ट की पूर्व महिला कर्मचारी ने बिन्नी के खिलाफ वॉलमार्ट प्रबंधन से शिकायत की थी। इसके बाद वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट ने संयुक्तरूप से एक स्वतंत्र जांच एजेंसी से इन आरोपों की जांच कराई, जिसमें आरोप सिद्ध नहीं हुए। लेकिन इससे वॉलमार्ट प्रबंधन बहुत नाराज हुआ और आखिर इसी नाराजगी के चलते बिन्नी को इस्तीफा देना पड़ा।
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