A
Hindi News पैसा बिज़नेस फ्लिपकार्ट और स्‍नैपडील को बड़ी कंपनी बनने में लगेगा बहुत समय, क्‍योंकि भारतीयों की इनकम अभी भी है बहुत कम

फ्लिपकार्ट और स्‍नैपडील को बड़ी कंपनी बनने में लगेगा बहुत समय, क्‍योंकि भारतीयों की इनकम अभी भी है बहुत कम

भारत में ऑनलाइन एग्रीगेटर जैसे फ्लिपकार्ट और स्‍नैपडील को बड़ी कंपनी बनने और मुनाफा कमाने में अभी 10 साल का समय और लगेगा।

Long Way: फ्लिपकार्ट और स्‍नैपडील को बड़ी कंपनी बनने में लगेगा बहुत समय, क्‍योंकि भारतीयों की इनकम अभी भी है बहुत कम- India TV Paisa Long Way: फ्लिपकार्ट और स्‍नैपडील को बड़ी कंपनी बनने में लगेगा बहुत समय, क्‍योंकि भारतीयों की इनकम अभी भी है बहुत कम

नई दिल्‍ली। गूगल इंडिया के प्रमुख का अनुमान है कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था भारत में इंटरनेट कंपनियों को बड़ा कारोबार खड़ा करने और मुनाफा कमाने में अभी 10 साल का समय और लगेगा। गूगल इंडिया और साउथईस्‍ट एशिया के प्रमुख राजन आनंदन का कहना है कि भारतीय उपभोक्‍ताओं की खरीद शक्ति अभी भी बहुत कमजोर है, यदि क्रय क्षमता बढ़ती है तो यह भारतीय स्‍टार्टअप्‍स को बहुत अधिक रेवेन्‍यू हासिल करने में मदद कर सकती है।

पिछले हफ्ते बेंगलुरु में आईडीजी वेंचर्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में आनंदन ने कहा था कि भारत में बहुत बड़ा इंटरनेट यूजर बेस है लेकिन अभी तक हम बिजनेस के लिए केवल बहुत छोटे मार्केट तक ही अपनी पहुंच बनाने में सफल हो पाए हैं। प्रत्‍येक भारतीय इंटरनेट कंपनी जिसे हमनें अभी तक बनाने की कोशिश की है, अमेरिका और चीन के बिजनेस मॉडल को अपनाने की कोशिश कर रही हैं, जहां वास्‍तव में खर्च योग्‍य आय वाले परिवारों की संख्‍या बहुत ज्‍यादा है।

2009 में ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ने चीन में बढ़ना शुरू किया, जहां प्रति व्‍यक्ति जीडीपी 3800 डॉलर के स्‍तर पर पहुंच गई थी। भारत में, सात साल बाद भी, प्रति व्‍यक्ति जीडीपी चीन से आधे 1,581 डॉलर पर है। आनंदन के मुताबिक चीन के स्‍तर तक पहुंचने के लिए भारत को अभी पूरे 10 साल और लगेंगे।

आनंदन का कहना है कि भारत में 10 साल बाद ही हम न केवल बड़े यूजर बेस बल्कि ज्‍यादा रेवेन्‍यू और अधिक महत्‍वपूर्ण बड़े प्रॉफि‍ट वाली बड़ी कंपनी बनाने में सक्षम होंगे। आनंदन का यह अनुमान ऐसे समय पर आया है जब भारत की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी फ्लिपकार्ट का वैल्‍यूएशन मौजूदा निवेशकों द्वारा कम कर दिया गया है और उन्‍होंने प्रॉफि‍ट की मांग करना शुरू कर दिया है।

फ्लिपकार्ट और स्‍नैपडील समेत तमाम कंपनियों को ताजा फंडिंग हासिल करने में अब मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, निवेशक वैल्‍यूएशन कम करने को लेकर अब ज्‍यादा मोलभाव करने लगे हैं।

Latest Business News