Dear Delhi: ऑड-ईवन फॉर्मूले को बीजिंग के लोग करते हैं पसंद, इन 5 तरीकों से आपको भी नहीं होगी परेशानी
दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले शहरों में शामिल बीजिंग के लोगों को ऑड-ईवन से अब ज्यादा परेशानी नहीं होती, उन्होंने इसके लिए नए रास्ते निकाल लिए हैं।
नई दिल्ली। चीन की तरह ही दिल्ली में भी प्रदूषण रोकने के लिए ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू हो चुका है। दोनों देशों में फर्क बस इतना है कि भारत में यह पहली बार लागू हो रहा और चीन के लोगों को इसकी आदत पड़ चुकी है। दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषण वाले शहरों में शामिल बीजिंग के लोगों को ऑड-ईवन से अब ज्यादा परेशानी नहीं होती, उन्होंने इसके लिए नए रास्ते निकाल लिए हैं। यहां हम आपको ऐसे 5 तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप इस फॉर्मूले से होने वाली समस्या से निजात पाएंगे और प्रदूषण कम करने में अपनी जिम्मेदारी भी निभा सकेंगे।
कार पूल सर्विस का उठाएं फायदा
एक जनवरी से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू हो चुका है। इसके मद्देनजर कैब सर्विस देने वाली तमाम कंपनियों ने कार पूल सर्विस की शुरुआत की है। इसकी मदद से आप अपने दोस्त, पड़ोसी और ऑफिस में साथ काम करने वाले साथी के साथ कार पूल कर सकते हैं। इससे सड़कों पर भीड़ भी कम होगी, दूसरा आपका खर्च भी कम होगा। ओला ने ‘कार पूल’ सर्विस लॉन्च की है। इसके द्वारा दिल्ली के नागरिक ओला के मोबाइल ऐप के माध्यम से अपनी निजी कारों का इस्तेमाल करते हुए पूल राइड्स का लाभ उठा सकेंगे। कार पूल के साथ, दिल्ली के उपयोगकर्ता ओला के रूट मैचिंग ऐल्गोरिदम का इस्तेमाल करते हुए उसी मार्ग पर जाने वाले साथी यात्रियों के साथ पूल राइड का लाभ उठा सकते हैं।
राइड-शेयर है बेहतर विकल्प
राइड-शेयरिंग कर आप ऑड-ईवन फॉर्मूले से पार पा सकते हैं। कैब सर्विस देने वाली कंपनियां राइड-शेयर करने पर यात्री किराए में 30 फीसदी छूट भी ऑफर कर रही हैं। इसमें बस आपको दूसरे यात्रियों के साथ कैब साझा करना होगा। राइड-शेयरिंग के तहत कैब का ड्राइवर एक दिशा में जाने वाले दूसरे यात्री को भी कैब में बिठाएगा। आप ओला, मेरू, उबर जैसी किसी भी टैक्सी कंपनी के ऐप से राइड-शेयरिंग का विकल्प चुन सकते हैं।
पेट्रोल-डीजल की जगह सीएनजी गाड़ियों का करें इस्तेमाल
दिल्ली में एक जनवरी से शुरू हुए ऑड-ईवन फॉर्मूले से सीएनजी कारों को छूट मिली है। ऐसे में आप अपनी पेट्रोल कार में सीएनजी लगवा सकते हैं। इससे पेट्रोल पर होने वाले खर्च में कटौती होगी, साथ ही प्रदूषण कम करने में योगदान कर पाएंगे। सीएनजी, पेट्रोल और डीजल की तुलना में सस्ती है और ये प्रदूषण को नुकसान भी नहीं पहुंचाती है। इसके लिए आपको सीएनजी कार के विंड स्क्रीन पर आईजीएल की ओर से जारी किया गया स्पेशल स्टीकर लगाना होगा। सीएनजी कारों को बढ़ावा देने के लिए इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने दिन की तुलना में रात में CNG के दाम प्रति किलो डेढ़ रुपए तक सस्ते भी कर दिए हैं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट में करें यात्रा
ऑड-ईवन फॉर्मूले से बचने और प्रदूषण को कम करने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करना आपके लिए कारगर तरीका हो सकता है। माना जाता है कि दिल्ली में बसों की कमी है इसकी वजह से लोग अपनी गड़ी से ऑफिस जाना पसंद करते हैं। लेकिन यह भी सच है कि ज्यादातर लोग अपनी शान दिखाने के लिए प्राइवेट गाड़ी का इस्तेमाल करते है। ऐसे में अगर आप सचमुच प्रदूषण कम करने में अपना योगदान देना चाहते हैं तो हफ्ते में कम से कम एक दिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। दिल्ली सरकार ने ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था बेहतर करने के लिए 3,000 अतिरिक्त बसों का परिचालन शुरू किया है। इसके अलावा 1 से 15 जनवरी के बीच दिल्ली मेट्रो रोजाना 3192 फेरे लगाएग, जो कि पहले 2827 फेरे लगाती थी।
एक ऑड और ईवन नंबर की खरीद लें कार
यदि आपके पास पैसा है तो आप इसे अपना सकते हैं। लेकिन ये तरीका आपको जिम्मेदारी नागरिक बनने से दूर करता है। दुनिया का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बीजिंग के लोग ऑड-ईवन फॉर्मूले से बचने के लिए दूसरी कार खरीद रहे हैं। चीन में यह फॉर्मूला आम बात है और आए दिन सरकार इसको लागू कर देती है। बीजिंग के नागरिक यिंग वू ने कहा कि इससे बचने के लिए उसने एक ऑड नंबर कार खरीदी है, जबकि उसकी पत्नी के पास पहले ही ईवन नवंबर की कार थी। हालांकि इंडियाटीवी पैसा आपको ऐसा करने की सलाह नहीं दे रहा है,क्योंकि इससे प्रदूषण कम नहीं होगा। प्रदूषण कम करने में हर किसी की सहभागिता जरूरी है, इसलिए बीजिंग में जो लोग कर रहे हैं, वह दिल्ली में न हो, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए।