नई दिल्ली। विशेष अदालत कोयला घोटला मामले में अपना पहला फैसला सोमवार को सुना सकती है। यह मामला झारखंड में एक कोयला ब्लाक आबंटन से जुड़ा है और इसके अभियुक्तों में झारखंड इस्पात प्राइवेट लि. (जेआईपीएल) और उसके दो निदेशक भी शामिल हैं। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश भरत पराशर ने पिछली 21 मार्च को मामले में फैसला सुनाने के लिये 28 मार्च की तारीख तय की थी।
कोयला घोटाला में कल आएगा पहला फैसला
कोयला ब्लॉक आबंटन घोटाला मामले में यह पहला प्रकरण है जिसमें विशेष अदालत अपना फैसला सुनाने जा रही है। विशेष अदालत कोयला घोटाला मामले से जुड़े सभी पहलुओं को देख रही है। मामले में जेआईपीएल तथा उसके निदेशक आर रूंगटा तथा आर सी रूंगटा शामिल हैं। इन पर गलत और फर्जी दस्तावेज के आधार पर कोयला ब्लाक हासिल करने का आरोप में मुकदमा चल रहा है।
जेआईपीएल और उसके दो निदेशक पर चला रहा है केस
सीबीआई का आरोप है कि जेआईपीएल और तीन अन्य कंपनियों के मेसर्स इलेक्ट्रो स्टील कास्टिंग लि., मेसर्स आधुनिक एलॉयज एंड पावर लि. और मेसर्स पवनजय स्टील तथा पावर लि. को संयुक्त रूप से धादू कोयला ब्लॉक आबंटित किए गए। लेकिन न तो जांच समिति ने आवेदनकर्ता कंपनी के दावे का सत्यापन किया और न ही राज्यमंत्री (एमओएस) ने आवेदनकर्ता कंपनियों के आकलन के लिये कोई तौर-तरीके अपनायें। अदालत ने इन पर आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा चलाया है। सभी अभियुक्तों ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों से इनकार किया है।
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