बांग्लादेश का पहला ट्रक सामान लेकर पहुंचा भारत, सीमा-शुल्क ने बताया ऐतिहासिक
बांग्लादेश से आयातित माल लेकर भारत पहुंचा। ऐसा एक दूसरे के वाणिज्यिक वाहनों को प्रवेश देने के एक क्षेत्रीय समझौते के चलते संभव हुआ।
नई दिल्ली। बांग्लादेश से आयातित माल लेकर वहां का एक ट्रक आज सीधे यहां सीमा शुल्क के डिपो पहुंचा। ऐसा एक दूसरे के वाणिज्यिक वाहनों को प्रवेश देने के एक क्षेत्रीय समझौते के चलते संभव हुआ और भारतीय सीमा शुल्क विभाग ने इसे एक ऐतिहासिक अवसर बताया है। अभी तक सीमा चौकी पर सामान गंतव्य देश के वाहन में बदलना पड़ता था जिसमें समय और धन ज्यादा खर्च होता था। सीमा शुल्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कारोबार की लागत कम करने की दिशा में सरकार द्वारा हल में उठाए गए उपायों की श्रृंखला में एक और कड़ी है।
सीमा शुल्क विभाग के मुख्य आयुक्त विवेक जौहरी ने कहा, यह कारोबार सुगमता के लिहाज से एक बड़ा अवसर है। बांग्लादेश से मालवाहक वाहनों के भारत में प्रवेश और हमारे क्षेत्र से उनके देश में वाहनों का जाने से समय और सौदा लागत की बचत में मदद मिलेगी। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों से लगी सीमा पर वस्तुओं को एक वाहन से दूसरे वाहन में लदान व्यापार के मुक्त प्रवाह के रास्ते में एक बड़ी और लंबे समय से बाधा थी। यह बांग्लादेश-भूटा-भारत-नेपाल (बीबीआईएन) मोटर वाहन समझौते से संभव हुआ जिस पर पिछले साल जून में हस्ताक्षर किये गए। समझौते से वाहनों को एक-दूसरे के क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति होगी और सीमा पर एक देश के वाहन से दूसरे देश के वाहन में समान लादने की समस्या खत्म होगी। समझौते से पहले, भारतीय ट्रकों को बांग्लादेश में और बांग्लादेश से भारत में प्रवेश की अनुमति का कोई प्रावधान नहीं था।
विवेक जौहरी ने कहा कि इससे न केवल लागत और समय में कमी आएगी बल्कि बीबीआईएन क्षेत्र व्यापार के जरिये समन्वय के लिये अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग कर सकेंगे। ट्रक 27 अगस्त को ढाका से रवाना हुआ और पश्चिम बंगाल में पेट्रापोल सीमा से भारत में प्रवेश किया। यह आज सुबह यहां पटपड़गंज इनलैंड कंटेनर डिपो पहुंचा। वाहन में माक्र्स एंड स्पेंसर का सामान था। उसमें ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) लगा था ताकि अधिकारियों को इसके बारे में पता चलता रहे और बिना किसी बाधा के विभिन्न राज्यों से होते हुए राष्ट्रीय राजधानी में आ सके। सीमा शुल्क विभाग के अतिरिक्त आयुक्त विनायक आजाद ने कहा, यह दोनों देशों के लिये ऐतिहासिक है। आईसीडी पर इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बांग्लादेश उच्चायुक्त और विदेश तथा सड़क परिवहन एचं राजमार्ग मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद थे।
बांग्लादेश उच्चायुक्त में महावाणिज्यदूत जाहिद-उल-इस्लाम ने कहा, इससे बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। बांग्लादेश से ट्रक लेकर यहां पहुंचे ड्राइवर मोतीउर इस्लाम (32), और मोहम्मद रासिल (28) अपनी पहली भारत यात्रा से बड़े खुश थे। रासिल ने कहा, यह हमारे लिए बड़े गर्व का अवसर है। भारतीय सड़कों पर हमें बड़ा मजा आया। मोतिउर इस्लाम ने अपनी टूटी फूटी हिंदी में कहा कि उसे इस ऐतिहासिक अवसर का भागीदार बन कर बहुत खुशी हो रही है।