नई दिल्ली। इस साल भी ईपीएफओ के ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। वित्त मंत्रालय चाहता है कि ईपीएफओ 2015-16 के लिए पीएफ जमाओं पर 8.75 फीसदी की ब्याज दर को बनाए रखे। वहीं, संगठन अपने पांच करोड़ से अधिक शेयर होल्डर्स को बेहतर रिटर्न देने की स्थिति में है। एम्पलाइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (ईपीएफओ) दो वित्त वर्षों- 2013-14 और 2014-15 से पीएफ जमाओं पर 8.75 फीसदी ब्याज दे रहा है।
इस साल भी नहीं मिलेगा लोगों को अधिक ब्याज
सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय और श्रम मंत्रालय के उच्च अधिकारियों की हाल ही में हुई एक बैठक के दौरान वित्त मंत्रालय ने अनुरोध किया कि ईपीएफओ को चालू वित्त वर्ष के लिए जमाओं पर 8.75 फीसदी की ब्याज दर बनाए रखनी चाहिए। उसने कहा, ईपीएफओ चालू वित्त वर्ष के लिए आय का अनुमान पहले ही निकाल चुका है जिसके आधार पर वह 8.75 फीसदी से अधिक रिटर्न उपलब्ध करा सकता है। हालांकि ऐसी संभावना बहुत कम है कि ब्याज दर तय करने के प्रस्ताव पर 9 दिसंबर को प्रस्तावित ईपीएफओ ट्रस्टियों की बैठक में विचार किया जाएगा क्योंकि संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है।
स्मॉल सेविंग स्कीम पर भी कम मिलेगा ब्याज
डाक घर की बचत और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करते आ रहे हैं। तो अब हो सकता है कि आपको पहले जितनी यील्ड न मिले। सरकार इसी महीने स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर नए सिरे से विचार करने जा रही है। संभावना है कि सरकार ब्याज दरों में कुछ कटौती कर सकती है। पिछले कुछ समय से आरबीआई और बैंक सरकार पर स्मॉल सेविंग पर ब्याज दरों में कटौती के लिए दबाव बना रहे हैं। बैंकों की मांग है कि सरकार सेविंग की दरों को मार्केट के अनुरुप करे। फिलहाल आपको स्मॉल सेविंग्स पर 8.7 से लेकर 9.2 प्रतिशत की दर पर ब्याज मिलता है।
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