अरुण जेटली ने गिनाए राहुल गांधी के 5 ‘झूठ’, राफेल से लेकर नीरव मोदी तक के सवालों का दिया जवाब
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लिखा कि दर्जनों बार राहुल गांधी गलत जानकारी को दोहरा रहे हैं और अपने आप को तसल्ली दे रहे हैं कि यही सच्चाई है
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल के दिनों में केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर जो आरोप लगाए, उन सभी आरोपों पर मंगलवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिये सफाई दी। वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी दर्जनों बार गलत जानकारी को दोहरा रहे हैं और अपने आप को तसल्ली दे रहे हैं कि यही सच्चाई है। वित्त मंत्री ने हाल के दिनों में राहुल गांधी की तरफ से लगाए गए ‘झूठे आरोपों’ के 5 उदाहरण दिए।
वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार कहते हैं कि एक निजी कारोबारी घराने को फायदा पहुंचाया गया है, वह अपने बयानों में 38,000 करोड़ रुपए से लेकर 1.30 लाख करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाने की बात करते हैं और यह भी कहते हैं कि देश में जिस चीज का निर्माण सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को करना था, अब उसके निर्माण की जिम्मेदारी अनुभवहीन निजी कंपनी को दे दी गई है।
इस आरोप के जवाब में वित्त मंत्री लिखते हैं कि भारत में न तो राफेल विमान और न ही इसके हथियारों का निर्माण डसॉल्ट के जरिये किया जाएगा और न ही किसी अन्य निजी कंपनी द्वारा किया जाएगा। सभी 36 राफेल विमान और उनके हथियार भारत में आयात किए जाएंगे। जब विमानों की सप्लाई शुरू की जाएगी तो डसॉल्ट को कुल सौदे की राशि के लगभग 50 प्रतिशत हिस्से का भारत से आयात करना होगा। वित्त मंत्री लिखते हैं कि देश में मेक इन इंडिया को प्रोत्साहित करने के लिए पूर्व UPA की सरकार की पॉलिसी के तहत यह किया गया है। अगर डील की राशि 50,000 करोड़ रुपए की है तो डसॉल्ट को 29,000 करोड़ की खरीद करनी होगी। डसॉल्ट को भारत से यह सप्लाई 120 कंपनियों के जरिये की जाएगी, जिसमें उस कारोबारी घराने का नाम भी है। डसॉल्ट ने कहा है कि उस कारोबारी घराने के हिस्से में सप्लाई के लिए सिर्फ 3 प्रतिशत भाग आ सकता है, जो 1,000 करोड़ रुपए से भी कम होगा।
दूसरे उदाहरण में वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी कई बार NPA को कर्ज माफी बता चुके हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री के बारे में गलत धारणा बना रखी है कि प्रधानमंत्री के 15 कारोबारी दोस्तों का कर्ज माफ किया गया है। इसके जवाब में वित्त मंत्री ने लिखा कि सच्चाई ये है कि कर्ज पूर्व की UPA सरकार के समय दिए गए हैं और कर्ज का एक रुपया भी माफ नहीं किया गया है। IBC कानून के जरिए डिफॉल्ट करने वाली कंपनियों के प्रोमोटर्स को बाहर निकाला गया है और बैंक सफलतापूर्वक कर्ज की वसूली कर रहे हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी कई बार कहते हैं कि भारत में मोबाइल फोन क्यों नहीं बनाए जा सकते। इसके जवाब में वित्त मंत्री ने लिखा कि जब UPA सरकार गई थी तो देश में मोबाइल बनाने वाली सिर्फ 2 फैक्ट्रियां थी और अब उनकी संख्या बढ़कर 120 हो गई है। वित्त मंत्री ने लिखा कि राहुल गांधी ने अब अपना उदाहरण बदल दिया है और अब कहते हैं कि इस जिले (जिसमें वह भाषण दे रहे होते हैं) में जूते क्यों नहीं बनाए जा सकते? वित्त मंत्री ने लिखा कि राहुल गांधी की जानकारी अधूरी है क्योंकि भारत अब दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा जूता निर्माता बन गया है और हमारा सालाना जूतों का निर्यात 20,000 करोड़ को पार कर गया है।
वित्त मंत्री ने लिखा कि राहुल गांधी गुड्स एंड सर्विस टैक्स पर कहते हैं कि इसमें खामियां है और इसे बदलने की जरूरत है, जबकि सच्चाई ये है कि भारत में GST को सबसे ज्यादा सफलतापूर्वक लागू किया गया है। देश अब एक बाजार बन गया है, सभी चेकपोस्ट खत्म कर दिए गए हैं, इनस्पेक्टर राज खत्म हुआ है और रिटर्न अब ऑनलाइन फाइल किए जा रहे हैं। वित्त मंत्री ने लिखा कि कांग्रेस के शासन वाले राज्यों सहित सभी राज्यों ने मिलकर GST की दरों को निर्धारित किया है। पहले कांग्रेस के शासन में 31 प्रतिशत तक टैक्स लगता था जो अब 334 वस्तुओं को छोड़ घटकर 18 और 12 प्रतिशत रह गया है। वित्त मंत्री ने लिखा कि इससे महंगाई को काबू करने में मदद मिली है और राहुल गांधी को शायद इसकी जानकारी नहीं है।
वित्त मंत्री ने राहुल गांधी के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वित्त मंत्री कर्ज लेकर विदेश भाग चुके कारोबारी नीरव मोदी और विजय माल्या से मिले हैं। इसके जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि जहां तक उनको याद है, उन्होंने अपने पूरे जीवन में नीरव मोदी को देखा तक नहीं है, राहुल गांधी के दावे के मुताबिक मैं नीरव मोदी से संसद में मिला हूं, अगर नीरव मोदी संसद आया है तो संसद के रिकॉर्ड में इसकी जानकारी होनी चाहिए। जहां तक विजय माल्या की बात है तो जब वह सांसद था तो एक बार अपने केस के बारे में बात करने के लिए संसद के गलियारे में वह मेरे सामने आया था लेकिन मैने उसको ज्यादा तवज्जों नही देते हुए उससे कहा कि अपना प्रस्ताव बैंकों को बताए। वित्त मंत्री ने कहा कि सिर्फ इतनी सी बात को राहुल गांधी मुलाकात की संज्ञा दे रहे हैं और कह रहे हैं कि माल्या ने इस मुलाकात के दौरान मुझे लंदन भागने की जानकारी दे दी थी, जो केवल एक झूठ है।