वॉशिंगटन। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने अपनी नीतिग ब्याज दर अपरिवर्तित रखी है और कहा है कि वह विश्व अर्थव्यवस्था पर बारीक निगह रखे हुए है। दुनिया के इस सबसे ताकतवर केंद्रीय बैंक के इस रुख से अमेरिकी प्रतिभूति बाजार में बिकवाली चल पड़ी तथा प्रमुख शेयर सूचकांक सूचकांक डाउ करीब 223 अंक टूट गया।
फेडरल रिजर्व ने कल कहा कि वह वैश्विक आर्थिक और वित्तीय घटनाकमों की करीब से निगरानी रहा है और श्रम बाजार तथा मुद्रास्फीति पर इसके असर एवं परिदृश्य पर जोखिम के संतुलन का आकलन कर रहा है। फेरडल रिजर्व ने 17-18 दिसंबर को पिछली बैठक में अपनी नीतिगत दर को 0.25 फीसदी बढ़ा कर 0.25 से 0.50 फीसदी के दायरें में रखने का निर्णय किया था। उसने मौजूदा आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए यथा स्थिति बनाए रखने का निर्णय किया है।
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बयान में कहा गया है कि मौद्रिक नीति समावेशी रही, जिससे श्रम बाजार की स्थितियों में सुधार और दो फीसदी मुद्रास्फीति की ओर लौटने में मदद मिलेगी। फेडरल रिजर्व ने कहा कि उसे फिलहाल उम्मीद है कि मौद्रिक नीति की पहलों में धीरे-धीरे समायोजन से आर्थिक गतिविध धीमी रफ्तार से बढ़ेगी और श्रम बाजार के संकेतक मजबूत बने रहेंगे। बयान में कहा गया कि निकट भविष्य में मुद्रास्फीति निम्न स्तर पर बनी रहने की उम्मीद है।
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