नई दिल्ली। बचत के लिए देश में 95 प्रतिशत से ज्यादा परिवारों की पहली पसंद बैंक जमा है, जबकि 10 प्रतिशत से कम परिवार निवेश के लिए म्यूचुअल फंड्स या शेयर का विकल्प चुनते हैं। सेबी के नए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है।
यह सर्वे देश के सभी शहरी और ग्रामीण इलाकों में किया गया। इसमें कहा गया है कि टॉप पांच में निवेश के लिए लाइफ इंश्योरेंस दूसरा सबसे पसंदीदा उपकरण है, जबकि इसके बाद कीमती धातुओं, पोस्ट ऑफिस बचत और रियल एस्टेट का स्थान है। शहरी परिवारों में निवेश के लिहाज से म्यूचुअल फंड्स (9.7 प्रतिशत) छठवें, शेयर (8.1 प्रतिशत) सातवें स्थान पर हैं। इसके बाद पेंशन स्कीम, कंपनी डिपॉजिट, डिबेंचर्स, डेरीवेटिव्स और कमोडिटी फ्यूचर्स (1 प्रतिशत) का स्थान है। वहीं ग्रामीण परिवारों में, सर्वे में भाग लेने वाले कुल लोगों में से एक प्रतिशत भी निवेशक नहीं थे, जबकि केवल 1.4 प्रतिशत लोगों को ही म्यूचुअल फंड्स या शेयर की जानकारी थी।
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हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में 95 प्रतिशत परिवारों के पास बैंक खाता है, 47 प्रतिशत के पास जीवन बीमा, 29 प्रतिशत के पास पोस्ट ऑफिस जमा और 11 प्रतिशत के पास कीमती धातुओं के रूप में बचत है।
सर्वे में कहा गया है कि शेयरों की तुलना में म्यूचुअल फंड में निवेश को लोग तरजीह देते हैं। शहरी क्षेत्र के 15 प्रतिशत से अधिक परिवार प्रतिभूति बाजार में निवेश करते हैं। मध्यम आय वर्ग के लोग उच्च आय वर्ग के लोगों से अधिक बचत करते हैं। सर्वे में कहा गया है कि पूंजीगत लाभ, जीवनस्तर में सुधार निवेश बढ़ने की प्रमुख वजह है। सरकारी कर्मचारी निजी क्षेत्र के कर्मियों की तुलना में अधिक निवेश करना चाहते हैं।
नील्सन ने सेबी की ओर से यह सर्वे किया है। इससे पहले ऐसा सर्वे अंतिम बार 2008-09 में किया गया था। बूटस्ट्रैपिंग मेथोडोलॉजी प्रोजेक्ट का उपयोग करते हुए यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में कुल 3.37 करोड़ निवेशक परिवार हैं। इनमें से 70 प्रतिशत (2.37 करोड़) शहरी क्षेत्रों में रहते हैं, जबकि अन्य 1 करोड़ ग्रामीण परिवार हैं। इनके बीच म्यूचुअल फंड्स सबसे लोकप्रिय निवेश उपकरण है, जहां तकरीबन 66 प्रतिशत (2.2 करोड़ परिवार) निवेशक हैं। तकरीबन 1.9 करोड़ परिवारों ने शेयरों में निवेश किया है और 77 लाख परिवारों ने बांड्स (सार्वजनिक, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों) में निवेश किया है। 30 लाख परिवार इक्विटी और करेंसी डेरीवेटिव्स निवेशक हैं तथा कमोडिटी फ्यूचर्स में 21 लाख निवेशक हैं।
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