नई दिल्ली। विदेशी निवेशकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत पर भरोसा जताया है। इस दौरान देश में 16.63 अरब डॉलर का फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) आया है। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से 13 फीसदी अधिक है। विदेशी निवेशकों ने सबसे ज्यादा पैसा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में लगाया है। वहीं सबसे अधिक एफडीआई सिंगापुर से मिला है।
सिंगापुर से सबसे ज्यादा आया एफडीआई
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन (डीआईपीपी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एफडीआई ने 16.63 अरब डॉलर का निवेश किया है। जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश में 14.69 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया था। इस दौरान देश को सबसे अधिक 6.69 अरब डॉलर का एफडीआई सिंगापुर से मिला। उसके बाद मॉरीशस से 3.66 अरब डॉलर, नीदरलैंड से 1.09 अरब डॉलर और जापान से 81.5 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया है।
निवेशकों को सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेक्टर पर भरोसा
विदेश निवेशकों ने सबसे अधिक एफडीआई कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में 3.05 अरब डॉलर का निवेश किया है। उसके बाद ट्रेडिंग में 2.30 अरब डॉलर, सर्विस सेक्टर में 1.46 अरब डॉलर, ऑटो सेक्टर में 1.46 अरब डॉलर और टेलीकॉम में 65.9 करोड़ डॉलर का एफडीआई आया है। एक्सपोर्ट के मुताबिक देश में सुधरते आर्थिक माहौल और ग्रोथ को देखते हुए विदेशी निवेशक पैसा लगा रहे हैं। इससे पहले 28 नंवबर को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपीए पर पर हमला बोलते हुए कहा था नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को उबार दिया है और अब भारत विदेशी निवेशकों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बन गया है।
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